इटावा/रामपुर:उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां की गत एक फरवरी को रामपुर से भैंसों की चोरी के मामले में पुलिस की ओर से पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किये जाने तथा इस मामले को पहले ही निपटाये जाने के दावे के महीनों बाद शुक्रवार को गिरफ्तार किये गये एक व्यक्ति ने इस मामले में खुद की कथित रूप से संलिप्तता स्वीकार की है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इटावा की बकेवर थाना पुलिस ने शुक्रवार देर रात वाहन जांच के दौरान भाग रहे एक ट्रक को पकड़ कर उस पर सवार इख्तियार नामक व्यक्ति समेत सात बदमाशों को गिरफ्तार किया था. यह गिरोह राहजनी, पशु चोरी और उन्हें बेचने के कारोबार में लिप्त था. यह आमतौर पर मुरादाबाद से इलाहाबाद के बीच नेशनल हाइवे पर वारदात को अंजाम देता था.
पूछताछ में हुआ खुलासा : पूछताछ में इख्तियार ने राहजनी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार करने के साथ-साथ यह भी खुलासा किया कि उसने गत 31 जनवरी की रात को आजम खां के पशु बाड़े से भैंसों की चोरी की थीं और बाद में उन्हें मुरादाबाद में बेच दिया था.
तब पुलिस ने किसे बनाया था अपना शिकार : इस खुलासे से अब सवाल यह उठने लगे हैं कि जब आजम की भैंसों को मुरादाबाद में बेच दिया गया था, तब रामपुर पुलिस ने खोजी कुत्तों की मदद लेकर बेहद मुस्तैदी से गत दो फरवरी को ही खां की कौन सी भैंसें बरामद कर ली थीं. इस मामले में शन्नू, छुन्नन, संजय, राजू और कलुआ को गिरफ्तार भी किया था.