चाईबासा : झारखंड-ओड़िशा सीमा पर राउरकेला व बिसरा पुलिस द्वारा पित्तल-बाउंकसना गांव के जंगल में 9 फरवरी को हुए मुठभेड़ के तार पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर से जुड़े हैं. इसका खुलासा विगत दिनों राउरकेला एसपी अनिरुद्ध सिंह द्वारा मनोहरपुर थाने में दीपक बड़ाइक से हुए पूछताछ एवं सोमवार को दीपक समेत पांच अभियुक्तों से हुई पूछताछ के दौरान हुआ है.
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पित्तल-बाउंकसना गांव के जंगल में 9 फरवरी को हुए मुठभेड़
चाईबासा : झारखंड-ओड़िशा सीमा पर राउरकेला व बिसरा पुलिस द्वारा पित्तल-बाउंकसना गांव के जंगल में 9 फरवरी को हुए मुठभेड़ के तार पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर से जुड़े हैं. इसका खुलासा विगत दिनों राउरकेला एसपी अनिरुद्ध सिंह द्वारा मनोहरपुर थाने में दीपक बड़ाइक से हुए पूछताछ एवं सोमवार को दीपक समेत पांच अभियुक्तों से […]
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ओड़िशा पुलिस के साथ पीएलएफआइ के बीच हुए मुठभेड़ में दीपक बड़ाइक मौजूद था,वह रायफल से पुलिस का मुकाबला कर रहा था. सोमवार को आनंदपुर पुलिस ने हिरासत में लिए गए पांचों आरोपियों से ओड़िशा के बिसरा थाने में घंटों पूछताछ की. बताया जा रहा है कि बुनुमदा गांव निवासी दीपक बड़ाइक(24)व सुदामा बड़ाइक(19) को 9 फरवरी को हुए मुठभेड़ में नक्सलियों के साथ संलिप्ता के आरोप में 17 सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
मालूम रहे कि आनंदपुर पुलिस ने आनंदपुर के विभिन्न क्षेत्रों से रविवार तक कुल पांच लोगों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए कथित नक्सली सहयोगियों में बुनुमदा गांव निवासी दीपक बड़ाइक,सुदामा बड़ाइक(सक्रिय सदस्य) के अलावे आरएमपी चिकित्सक बांरगा गांव निवासी राधेश्याम महतो,ढ़ोढ़रोबारु गांव निवासी जॉन तोपनो,बोड़ैता गांव निवासी राजेंद्र राउतिया शामिल है.जिनसे सोमवार को बिसरा थाने में पूछताछ की गयी है. बहरहाल दीपक व सुदामा को छोड़ डॉ समेत तीन लोगों को पुलिस छोड़ सकती है,ऐसी सूचना है.
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