चाईबासा : ओड़िशा के राउरकेला शहर के जगता स्थित डॉ अंबेदकर मेमोरियल संस्थान (डेमिट) द्वारा प्रशिक्षण देने के बाद फर्जी प्रमाणपत्र दिये जाने की शिकायत सैकड़ों छात्राओं ने की है. मंगलवार को उपायुक्त से मिलने पहुंची छात्राओं ने बताया कि कौशल विकास के तहत प्रशासन के माध्यम से उन्हें डीएमएलटी का प्रशिक्षण लेने के लिए डेमीट भेजा गया था.
वहां प्रशिक्षण लेने के उपरांत जो प्रमाणपत्र दिया गया है, उस संस्थान का रजिस्ट्रेशन नंबर एनइटी में दर्ज नहीं है. इस कारण हर जगह इस प्रमाणपत्र को फर्जी बताया जा रहा. कोई भी अस्पताल सार्टिफेकेट को नहीं मान रहा. इसे लेकर डीएमएलटी का प्रशिक्षण लेने वाली छात्राएं असमंजस में है. छात्राओं ने जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है. मौके पर साधु चरण सामड, खुशबु रानी महतो, बीना महतो, अनिल भेंगरा, नागी हेंब्रम, संजय जामुदा, चांदमनी सिंकू, सुमन जामुदा, एन मुंडारी आदि उपस्थित थे.
डिग्री फर्जी नहीं, छात्राओं की शंका दूर की जायेगी
डिग्री फर्जी नहीं है. छात्राओं का कहना है कि उनको इस प्रमाणपत्र पर सरकारी नौकरी मिलेगी की नहीं. उनको बताया गया था कि किसी प्रमाणपत्र पर बिना नियम के सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है. छात्राओं की शंका को दूर करने के लिए एक सप्ताह के अंदर शिक्षण संस्थानों, शिक्षकों व छात्राओं के बीच संवाद कार्यक्रम आयोजित की जायेगी.
जेजेबी तिकी, जिला योजना पदाधिकारी.