Advertisement
कोलेबिरा में प्रधानमंत्री सड़क योजना की स्थिति दयनीय
कई साल से अधूरी पड़ी हैं योजनाएं सिर्फ पत्थर डाल कर छोड़ दिया गया कोलेबिरा. कोलेबिरा प्रखंड में प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना की स्थिति दयनीय बनी हुई. लगभग सभी योजनाएं पिछले कई साल से अधूरी पड़ी है. संवेदक द्वारा सड़कों पर सिर्फ पत्थर बिछा कर छोड़ दिया गया है. उक्त सड़कें ग्रामीणों के लिए परेशानी […]
कई साल से अधूरी पड़ी हैं योजनाएं
सिर्फ पत्थर डाल कर छोड़ दिया गया
कोलेबिरा. कोलेबिरा प्रखंड में प्रधानमंत्री सड़क निर्माण योजना की स्थिति दयनीय बनी हुई. लगभग सभी योजनाएं पिछले कई साल से अधूरी पड़ी है. संवेदक द्वारा सड़कों पर सिर्फ पत्थर बिछा कर छोड़ दिया गया है. उक्त सड़कें ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गयी है.
वाहन तो दूर की बात, उक्त पथों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया. इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थिति ऐसी कि लोग उक्त पथ पर साइकिल भी ठीक से नहीं चला पा रहे हैं. बताया जाता है कि चार साल पूर्व ही सड़क निर्माण की शुरुआत की गयी थी, किंतु संवेदक द्वारा काम अधूरा छोड़ दिया गया है. विभागीय पदाधिकारी उदासीन बने हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, एनएच 43 से बानपुर, एनएच से सरंगापानी, एनएच से चौरापानी, एनएच से गलायटोली, बानो-कोलेबिरा रोड से टकबा, लचरागढ़-बरसलोया पथ से टिंबर तक सड़क निर्माण पिछले तीन-चार से अधूरा पड़ा है.
उक्त सड़कों के नहीं बनने पर सरईपानी , सरंगापानी, मुर्गाटोली, कदमटांड़, जिल्पी, चलपाटोली, केंदरोटोली, कुंबाटोली, बलझिंगा, मानपुर, सेमरबेड़ा, साहपुर, जतराटांड़, बंदरचुंआ, गलायटोली, सलसोया व सेतासोया आदि गांव के लगभग 20 हजार ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement