विद्युत समस्या दूर नहीं हुई, तो ग्रामीण
सिमडेगा : स्थानीय आनंद भवन धर्मशाला में विद्युत संघर्ष समिति की बैठक हुई. बैठक में जिले में उत्पन्न विद्युत समस्या पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी. संघर्ष समिति के सदस्यों ने विद्युत विभाग एवं विद्युत फ्रेंचाइजी के क्रियाकलापों पर नाराजगी प्रकट की. समिति के सदस्यों ने कहा कि विभाग एवं फ्रेंचाइजी के बीच तालमेल की कमी के कारण आम जनता को परेशानी हो रही है. लोगों का कहना था कि विभाग एवं फ्रेंचाइजी एक-दूसरे पर सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं.
परिणाम स्वरूप विद्युत समस्या बढ़ती जा रही है. पिछले तीन दिनों से विद्युत की गंभीर समस्या बनी हुई है. किंतु इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. समस्या के संबंध में पूछे जाने पर फ्रेंचाइजी द्वारा गलत जानकारी दी जाती है. ब्रेक डाउन होने पर फ्रेंचाइजी के कर्मी सही ढंग से काम नहीं करते हैं. बैठक में सदस्यों ने यह भी कहा कि पिछले दिनों प्रशासन द्वारा बिजली दरबार का आयोजन किया गया था.
जिसमें कई आश्वासन दिये गये थे. किंतु आश्वासन सिर्फ आश्वासन ही रह गया. बिजली दरबार में सभी ट्रांसफारमर में स्वीच लगाने एवं क्षतिग्रस्त पोल को दस दिनों के अंदर बदलने के अलावा नये 33 हजार केवीए का पैंथर लाइन को 20 दिनों के अंदर चालू करने का आश्वासन दिया गया था. किंतु 22 दिन बीत जाने के बाद भी उक्त दिशा में कोई पहल नहीं की गयी. बैठक में निर्णय लिया गया कि विद्युत समस्या को लेकर संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्य सचिव एवं विद्युत विभाग के चेयरमैन से मिल कर विद्युत समस्या से अवगत करायेगा.
इसके बावजूद भी मांगें पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जायेगा. बैठक में मुख्य रूप से पूर्व विधायक नियेल तिर्की, नगर पंचायत अध्यक्ष फूलसुंदरी देवी, उपाध्यक्ष संतोष देवी, अमरनाथ बामलिया, कैलाश अग्रवाल, डीडी सिंह, उपेंद्र श्रीवास्तव, प्रेमचंद जैन, एजाज अहमद, रामजी यादव, नारू श्रीवास्तव, दीपेश निराला, कंचन कबीर के अलावा कई वार्ड पार्षद व अन्य लोग उपस्थित थे.