ranchi news : रांची के अग्रसेन भवन में श्रीमद्भागवत कथा, श्रीकांत शर्माजी ने कहा : भक्ति की व्याख्या नहीं हो सकती है, व्याख्या ज्ञान की होती है

अग्रसेन भवन के सभागार में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ शुक्रवार से हुआ. कथावाचन करने आये श्रीकांत शर्माजी महाराज ने यहां भागवत कथा का रसपान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को भक्ति के महात्म से रूबरू कराया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2025 1:26 AM

रांची. अग्रसेन भवन के सभागार में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ शुक्रवार से हुआ. कथावाचन करने आये श्रीकांत शर्माजी महाराज ने यहां भागवत कथा का रसपान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को भक्ति के महात्म से रूबरू कराया. कहा : भक्ति की व्याख्या नहीं हो सकती है. व्याख्या ज्ञान की होती है. भागवत स्मरण ही जीवन का सार है. मानव परम शांति को प्राप्त कर धन्य हो जाता है. वेदांत कर्मकांड योग मार्ग की कठिनता से जब जीव ऊब जाता है, तो भक्त ‘कृष्ण़…!’ पुकारता है, तब भक्ति का सहज स्वाभाविक मार्ग श्रीकृष्ण कृपा से खुल जाता है. गुरुजी ने प्रथम दिवस की कथा सुनाते हुए कहा : ज्ञान मार्ग की शुरुआत ‘अहम् ब्रह्मास्मि’ से होती है. श्रीमद्भागवत कथा के आरंभ से पहले रातू रोड स्थित श्रीराणी सती मंदिर प्रांगण से गुरुजी के सान्निध्य में कलश शोभायात्रा निकाली गयी. रास्ते भर शोभायात्रा का स्वागत किया गया. मुख्य यजमान श्रीमद्भागवत ग्रंथ को माथे पर लेकर चल रहे थे. वहीं, मुख्य कलश सहित काफी संख्या में महिला मंगल कलश लिये हुए शोभायात्रा में शामिल थीं. वहीं, बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष रंग-बिरंगी पताकाओं के साथ शोभायात्रा में शामिल हुए. वहीं, एक रथ पर गुरुजी विराजमान थे. शोभायात्रा के दौरान भजनों की गंगा बह रही थी. विभिन्न मार्गों से होते हुए शोभायात्रा अग्रसेन भवन पहुंची.

व्यास पीठ पर विराजमान ग्रंथ और गुरुजी महाराज का पूजन

यहां व्यास पीठ पर ग्रंथ को विराजमान किया गया. कथा के पहले दिन मुख्य यजमान लता देवी केडिया, ओमप्रकाश केडिया, निरंजन, अजय, संजय केडिया संग परिवार ने श्रीमद्भागवत और ब्यास का पूजन-वंदन किया. वैदिक मंत्रोचारण के बीच मुख्य यजमान ने सपत्नी चंदन वंदन और माल्यार्पण कर व्यास पीठ पर विराजमान कथा वाचक श्रीकांत शर्माजी महाराज का अभिनंदन किया. भागवत आरती के साथ पहले दिवस की कथा आरंभ हुई. इससे पूर्व रामगढ़ से पधारे कमल व सुरेश बगड़िया ने गुरु वंदना के भजनों से गुरुजी का अभिनंदन किया. आरती के साथ पहले दिन की कथा को विराम दिया गया. इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.

शोभायात्रा में ये लोग हुए शामिल

ओमप्रकाश केडिया, निरंजन, अजय, संजय केडिया, राजेश गोयल, निर्मल बुधिया, मनोज अग्रवाल, प्रमोद सारस्वत, दीपक अग्रवाल, श्रेष्ठ केडिया, देवांश केडिया, नवीन सर्राफ, स्वाति राजगढ़िया, संगीता गोयल, श्वेता सरावगी, संगीता बुधिया, निशा राजगढ़िया, मोनिका चौधरी, मीणा बंसल, पायल, महेंद्र जालान, महेंद्र राजगढ़िया, मुकेश कुमार सहित अन्य शामिल थे.

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