रांची : राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने कहा है कि वे इन तीन महीने में विश्वविद्यालयों में हुई कार्य-प्रगति से संतुष्ट नहीं हैं. सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा. सबको छात्रहित में हर हाल में प्रतिबद्धता से कार्य करने होंगे. समस्याएं आज भी हैं. इन समस्याअों पर गंभीरता से कार्य करें. मुझे परिणाम चाहिये. यह बात वे पूरी गंभीरता से कह रहे हैं.
किसी भी विवि में कुलसचिव, उप कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी जैसे पदों का रिक्त रहना उचित नहीं है. विवि में स्थायी व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि वे अपने कार्य के प्रति पूर्णतः जिम्मेदार हों. इसलिए विवि में पदाधिकारियों के रिक्त पदों पर अविलंब नियुक्ति करें. राज्यपाल मंगलवार को राजभवन में राज्य के विवि के शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे.
बैठक में राज्यपाल ने कहा कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, कार्मिक विभाग, जेपीएससी को अपने कार्यों में और तेजी लानी होगी. जेपीएससी को नियुक्ति प्रक्रिया में अौर गति लाने की आवश्यकता है. राज्यपाल ने कहा कि छात्रहित में वित्तीय संसाधन (फंडिंग) भी होनी चाहिये.
उन्होंने चांसलर पोर्टल की समीक्षा करते हुए कहा कि कॉलेज इसमें सहयोग कर इसे अौर प्रभावी बनायें. राज्यपाल ने कहा कि विवि में समय पर परीक्षा का संचालन हो अौर परीक्षा परिणाम जारी हो, ताकि शैक्षणिक सत्र किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में सम्मिलित होने में बाधा न बने. राज्यपाल ने कहा कि विवि द्वारा समय पर दीक्षा समारोह नहीं किया जाता है, तो विवि उपाधि उनके घर भेजने की व्यवस्था करे.
दीक्षा समारोह में विलंब के कारण किसी भी विद्यार्थियों को परेशानी नहीं होनी चाहिये. उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों में डिजिटाइजेशन पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों को वाई फाई से जोड़ने का कार्य करें. उन्होंने विवि में शोध के स्तर के ऊंचा करने अौर सभी विवि में वित्तीय अॉडिट का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. राज्यपाल ने झारखंड ओपेन यूनिवर्सिटी की स्थापना की अद्यतन जानकारी भी हासिल की.
सभी विवि को सामाजिक कार्य करने, आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजित किये जा रहे सभी कार्यक्रमों की जानकारी राजभवन को भी भेजने का निर्देश दिया. नयी शिक्षा नीति को लेकर सभी विवि कार्यशाला, सेमिनार आदि का आयोजन करें. उन्होंने झारखंड हायर एजुकेशन काउंसिल के कार्यों के संदर्भ में भी जानकारी हासिल की.
Posted by: Sameer Oraon