उन्होंने बताया कि राजेंद्र कुमार ने कुटुंब न्यायालय में पत्नी से तंग आकर तलाक का मुकदमा दायर किया था. उसने आरोप लगाया था कि छोटी-छोटी घरेलू बातों को लेकर कविता आत्महत्या करने की बात कह उसे प्रताड़ित करती थी. वह एक साल से मायके में रह रही थी.
अधिवक्ता विजय लक्ष्मी श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में एक पक्ष उनके पास आया. न्यायालय की तारीखों में उन्होंने दोनों पक्षों से अलग-अलग बात की अौर समझाया. दोनों ने समझौता करने की बात स्वीकार की.