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कभी सरकार देती थी, अब खुद कमा रहे
रांची : कांके स्थित विश्ववरैया सैनिटेशन एंड वाटर एकेडमी (विश्वा) अब खुद कमाने लगा है. वर्ष 2013-14 तक जहां विश्वा के रखरखाव पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को 25 लाख रुपये देने पड़ते थे. वहीं विश्वा अब खुद 25 लाख रुपये कमाने लगा है. वर्ष 2014-15 तक विभाग द्वारा ही विश्वा का खर्च वहन किया […]
रांची : कांके स्थित विश्ववरैया सैनिटेशन एंड वाटर एकेडमी (विश्वा) अब खुद कमाने लगा है. वर्ष 2013-14 तक जहां विश्वा के रखरखाव पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को 25 लाख रुपये देने पड़ते थे. वहीं विश्वा अब खुद 25 लाख रुपये कमाने लगा है. वर्ष 2014-15 तक विभाग द्वारा ही विश्वा का खर्च वहन किया गया. विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने विश्वा को स्पष्ट कर दिया कि खर्च का वहन स्वयं करना होगा. विश्वा के हॉल को भाड़े में दिया जाने लगा. मार्च 2017 तक विश्वा द्वारा 42.76 लाख रुपये का राजस्व केवल भाड़ा से प्राप्त हुआ. विश्वा प्रबंधन द्वारा विभाग को इस बाबत एक रिपोर्ट सौंपी गयी है.
कांके रोड में पेयजल विभाग द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता से जुड़े लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए विश्वा की स्थापना की गयी. अपने सातवें वर्ष में विश्वा द्वारा 42 लाख रुपये की कमाई की गयी है. पेयजल विभाग, एनआरडीपी, एसबीएम, एनएनपी, यूनिसेफ व विभिन्न एनजीओ द्वारा कराये गये सेमिनार से विश्वा को यह आय प्राप्त हुई है.
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