उन्होंने कहा कि जल प्रबंधन राज्य की सबसे बड़ी चुनौती है़ विभागीय मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी घर-घर पेयजल पहुंचाने के लिए प्रयासरत है़ं लोगों को पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है. इसीलिए दो वर्ष में पेयजल का बजट दोगुना किया गया़
मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध धंधेबाजों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है़ कोयला, शराब, लोहा समेत अन्य अवैध धंधाें के खिलाफ प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करे़ सीसीए लगाना पड़े या फिर जिला बदर करना पड़े, लेकिन यह सब रुकना चाहिए. अवैध धंधाें को मदद देने वाले अफसरों पर भी कार्रवाई होगी़ उन्होंने कहा कि केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होता़ बिहार में शराब कानून बना, फिर भी लोग शराब पीकर मर रहे हैं. शराबबंदी जन जागरूकता से ही हो सकती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड गरीब राज्य नहीं है, लेकिन लोग गरीब है़ं इस गरीबी को मिटाना सरकार का संकल्प है़ झारखंड की महिलाएं काफी मेहनती है़ं इन्हें और सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड का गठन किया है़ हर गांव में एक महिला को उद्यमी सखी बनायेंगे़ उसके अंतर्गत 15 उद्यमी सखी कार्य करेंगी़ इससे राज्य में चार लाख 80 हजार महिलाएं जुड़ेंगी़ मई से इस पर का होगा़ महिलाओं को कंबल, चादर, तौलिया आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा़ देश का 62 प्रतिशत लाह झारखंड में तैयार होता है़ इसे बिचौलिया लेकर दूसरी जगह बेच देते हैं. झारखंड का लाह जयपुर में बिकता है और जयपुर का नाम होता है़ सिल्क हमारा होता है और नाम भागलपुर का होता है़ अब इसे बदलेंगे.