रांची : धनबाद शहर का हिस्सा वासेपुर पर बनी फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के लेखक व एक्टर जीशान कादरी इन दिनों झारखंड के युवाओं को एक्टिंग का गुर सिखाने के लिए एक प्रोजेक्ट लेकर आ रहे हैं. मई से 10 दिवसीय एक्टिंग वर्कशॉप शुरू करेंगे. यह जानकारी शुक्रवार को प्रेसवर्ता में जीशान कादरी ने दी. उन्होंने कहा : यह मेरा ड्रिम प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यहां के युवाओं को एक्टिंग का प्रोफेशन गुर सिखाना है. अपने प्रोजेक्ट के संबंध में बताया कि यह 10 दिवसीय वर्कशॉप होगी. इसका आयोजन होटल एवीएन ग्रेंड में एक से 11 मई तक किया जायेगा. इस वर्कशॉप में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 10 अप्रैल से प्रारंभ होगी.
40 युवाओं का होगा बैच
जीशान ने बताया कि इस वर्कशॉप के एक बैच में 40 युवाओं को रखा जायेगा. ये वैसे युवा होंगे, जिनकी उम्र 18 साल या उससे अधिक होगी. फीस के तौर पर 30 हजार रुपये लिये जायेंगे. वर्कशॉप सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक चलेगी. इसमें एक्टिंग सिखाने के लिए मुंबई से मोहित अहलावत होंगे. मोहित कमांडो, मेरठिया गैंगस्टर जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं. वे एनआइएफटी पुणे के छात्र भी हैं. वर्कशॉप में उनके अलावा एनएसडी और एनआइएफटी के दो मंझे हुए कलाकार भी सहयोग करेंगे.
कास्टिंग डायरेक्टरों को मुहैया करायेंगे डेटाबेस
बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि यहां के कलाकारों को पूरी तरह प्रोफेशनल बनाने के लिए इस वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. इसके अलावा यहां जो प्रोफेशनल एक्टर तैयार वे करेंगे, उनका एक डेटाबेस कास्टिंग डायरेक्टरों को मुहैया करायेंगे. ऐसा इसलिए कि जो लोग झारखंड फिल्म शूटिंग के लिए आते हैं या आयेंगे, उनके पास तैयार कलाकारों की जानकारी होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सब्सिडी सहित अन्य तरह की सुविधाएं देकर चार कदम बढ़ा रही हैं, तो दो कदम यहां से मुंबई में काम कर चुके, नाम कमा चुके लोगों भी बढ़ाना होगा.
लिख रहे हैं वासेपुर 1.5 की कहानी
इन दिनों जीशान कादरी वासेपुर 1.5 की कहानी लिख रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर पहली वर्कशॉप अच्छी रही, तो आनेवाले समय में इसका आयोजन प्रतिमाह होगा. आनेवाले दिनों में यह वर्कशॉप रांची के अलावा जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, देवघर सहित अन्य शहरों में भी होगी. अपनी फिल्म वासेपुर 1.5 के बारे में बताया कि यह वासेपुर वन और टू के बीच की कहानी होगी. इसलिए इसका नाम वासेपुर 1.5 रखा है. राज्य के फिल्म सलाहकार बोर्ड में खुद को नहीं रखे जाने के सवाल पर कहा कि यह उनका काम नहीं है. वह अभी उस स्तर पर नहीं पहुंचे हैं कि लोगों की स्क्रिप्ट को जज कर सकें.