रांची: पतरातू-हटिया 132 केवी लाइन में शुक्रवार की रात 8.47 बजे जोरदार फ्लैशिंग के कारण बिजली आपूर्ति बंद हो गयी. इससे रांची के पंडरा, कांके,रातू, ब्रांबे, टाटीसिल्वे सब-स्टेशन से निकलनेवाली बुंडू-तमाड़ लाइन से बिजली की आपूर्ति बंद हो गयी. वहीं टाटीसिलवे सहित कई फीडरों से बाधित आपूर्ति की जा रही है. हटिया ग्रिड से सिर्फ आवश्यक सेवा के लिए बिजली की आपूर्ति बहाल रखी गयी है. हटिया ग्रिड के अधिकतर सब-स्टेशनों से बिजली कटौती करने का निर्देश दिया गया है.
इस कारण बड़े इलाके में उपभोक्ताओं को बाधित रूप से बिजली मिल रही है. इस घटना से पतरातू थर्मल पावर स्टेशन के 33 केवी एमसीबी साइड के केबुल गैलरी में आग लग गयी, जिससे यूनिट नंबर चार, छह व 10 से उत्पादन बंद हो गया. वहीं तेनुघाट के यूनिट नंबर दो से उत्पादन शून्य हो गया. इससे राज्य में बिजली संकट उत्पन्न हो गया. यह घटना रात 8.47 बजे की है. इस खराबी के कारण इससे राज्य में लगभग 300 मेगावाट से अधिक की बिजली की कमी हो गयी. इसे पूरा करने के लिए राज्य में बिजली की कटौती की जा रही है.
इस घटना से विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. वास्तविक नुकसान का आकलन किया जा रहा है. समाचार लिखे जाने तक के पतरातू के यूनिट नंबर 10 को लाइटअप कर लिया गया था. इससे देर रात उत्पादन शुरू हो सकता है. वहीं अन्य दोनों यूनिट से उत्पादन कब शुरू होगा, इस बारे में कोई सूचना नहीं थी. इस घटना के कारण पहली बार रात 8.47 से 8.53 व 9.03 से 9.05 बजे तक बिजली की आपूर्ति बंद रही. समाचार लिखे जाने तक पतरातू-हटिया लाइन में कहां पर फ्लैशिंग हुई है, इसका पता नहीं चल पाया है.
घटना की जांच का आदेश
विभाग के जनसंपर्क निदेशक पीके श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य में 702 मेगावाट बिजली की उपलब्धता है. इसके अलावा ओवर ड्रावल कर सभी जगहों पर सामान्य रूप से बिजली की आपूर्ति की जा रही है. इस घटना से कितने का नुकसान हुआ है, यह कहना फिलहाल मुश्किल है. घटना के जांच के आदेश दे दिये गये है. उधर राजधानी के कई इलाके में दिन में स्थानीय खराबी को दूर करने के कारण बिजली की आपूर्ति थोड़ी देर बंद रही.