बुढ़मू. दुष्कर्म की नीयत से नाबालिग लड़की को जबरन जंगल में खींच कर ले जाने का प्रयास करनेवाले युवक को पुलिस ने शनिवार की रात व रविवार को दिन भर थाना में रखने के बाद शाम को छोड़ दिया. मामले पर थाना प्रभारी ने कहा कि लड़की के परिजनों ने मामला दर्ज नहीं कराया, इसलिए युवक को छोड़ दिया. वहीं लड़की का कहना है कि मांडर थाना में थाना के अधिकारी द्वारा उसे व उसकी मां को समझाया गया कि जब लड़की के साथ गलत नहीं हुआ है, तो केस करने से परेशानी बढ़ेगी. अभी लड़की की शादी भी नहीं हुई है. लड़की के अनुसार यह कह कर उससे एक कागज पर ठेपा लेकर घर भेज दिया गया.
क्या है घटना : शनिवार को लड़की अपने एक रिश्तेदार के घर जा रही थी. रास्ते में उसे एक मोटरसाइकिल सवार मिला. उसने लड़की को उसके रिश्तेदार के घर पहुंचाने की बात कह अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा लिया. शाम में कोटारी जंगल के पास उसने मोटरसाइकिल रोक दी व लड़की को गलत नीयत से जबरन जंगल की ओर ले जाने लगा. लड़की ने इसका विरोध करते हुए शोर मचाया. उसकी आवाज सुन कर बुढ़मू बाजार से लौट रहे ग्रामीण वहां पहुंचे. दोनों को कब्जे में लेकर इसकी सूचना बुढ़मू पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़की को मांडर थाना व युवक को बुढ़मू थाना में रखा. अगले दिन रविवार की दोपहर लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया व शाम में युवक को भी छोड़ दिया गया.
आरोप निराधार : मांडर पुलिस : इस संबंध में पूछे जाने पर मांडर थाना प्रभारी रामनारायण सिंह ने कहा कि आरोप बिल्कुल निराधार है. मामला व जांच का जिम्मा दूसरे थाना का है. लड़की को यहां सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से रखा गया था.