रांची: समाहरणालय संवर्ग के कर्मचारियों की हड़ताल नौंवें दिन भी जारी रही. हड़ताल से पूरे प्रदेश में विकास कार्य बाधित रहा. प्रमाण पत्र नहीं बने, कार्यालयों में कोई काम नहीं हुआ. संचिकाएं रुकी रहीं.
कोषागार भी नहीं खुले. राजस्व का कार्य पूरी तरह से बाधित रहा. इधर, रांची समाहरणालय में भी हड़ताल का असर दिखा. समाहरणालय में कार्यालय खुले थे, लेकिन कर्मचारी नहीं थे.
आमलोगों को भी काफी परेशानी हुई. सैकड़ों लोग अपने कार्य को लेकर परेशान रहे. हालांकि अधिकारी अपने चेंबर में बैठे रहे. रांची समाहरणालय के 285 अनुसचिवीय कर्मचारी हड़ताल पर हैं. संघ के प्रवक्ता मो अनवर के अनुसार हड़ताल का असर पूरे प्रदेश में हैं. समाहरणालय परिसर में सारे कर्मचारी धरना पर बैठे रहे. संघ के संयोजक अध्यक्ष रवींद्र तिवारी ने कहा कि पिछली बार भी आश्वासन के बाद हड़ताल वापस ले लिया गया था. लेकिन, आज तक मांगे पूरी नहीं हुई. उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. धरना में सारे कर्मचारी शामिल हुए. हालांकि, 31 जनवरी को सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया है.
31 तक ज्वाइन नहीं किया होगी बरखास्तगी : डीसी
उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने सारे हड़ताली कर्मचारियों को नोटिस जारी कर कहा है कि 31 जनवरी तक कार्य में वापस नहीं लौटते हैं तो बरखास्तगी की कार्रवाई की जायेगी. इस संबंध में उपायुक्त ने बुधवार को सामूहिक तौर पर नोटिस जारी कर दिया है.