अटल ग्राम ज्योति योजना से छूट गये एपीएल एवं अन्य बीपीएल तक बिजली पहुंचाने पर होने वाला खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. इसके लिए तिलका मांझी ग्रामीण कृषि पंप योजना शुरू की गयी है.
इसके तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब तीन लाख लोगों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. मालूम हो कि राज्य के 29,492 गांवों में से 1511 गांवों को छोड़ कर शेष में बिजली पहुंच चुकी है. बच गये गांवों में इसी वर्ष दिसंबर तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें से 518 को राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण, 63 को राज्य योजना से, 170 को दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और 270 को विभागीय स्तर पर पूरा किया जा रहा है. वहीं राज्य के 490 गांवों को सौर ऊर्जा के माध्यम से जगमग किया जा रहा है. जेरेडा सौर ऊर्जा संयंत्र के जरिये गांवों के विद्युतीकरण पर काम कर रहा है.