पूर्व में जहां पानी का हार्डनेस 1000 से ऊपर था, वहीं दोबारा जांच में यह हार्डनेस 600 के आसपास है. निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि हो सकता है पूर्व में धरती के अंदर ही कहीं पर एसिडिक तत्व जमा हो, जो बारिश के कारण रिसते हुए भूगर्भ जल में मिल गया हो. अब पानी धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. यहां का भूगर्भ जल कितना क्षेत्रफल तक दूषित हुआ है, इसको लेकर पीएचइडी द्वारा शुक्रवार को भी कॉलोनी की 10 जगहों से पानी का सैंपल लिया गया.
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ठीक हाे रहा है हरमू कॉलाेनी का पानी
रांची: हरमू के भूगर्भ जल की प्रारंभिक जांच में पीएच की मात्रा चार पायी गयी थी. वहीं तीन दिन बाद जब इस पानी की जांच की गयी, तो इसमें पीएच की मात्रा साढ़े पांच पायी गयी है़ रिपोर्ट के संबंध में निगम के कार्यपालक अभियंता प्रमोद भट्ट ने कहा कि काॅलाेनी का पानी धीरे-धीरे सामान्य […]
रांची: हरमू के भूगर्भ जल की प्रारंभिक जांच में पीएच की मात्रा चार पायी गयी थी. वहीं तीन दिन बाद जब इस पानी की जांच की गयी, तो इसमें पीएच की मात्रा साढ़े पांच पायी गयी है़ रिपोर्ट के संबंध में निगम के कार्यपालक अभियंता प्रमोद भट्ट ने कहा कि काॅलाेनी का पानी धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. जांच में पानी के हार्डनेस पर भी अच्छी रिपोर्ट आयी है.
बैटरी फैक्टरी को बंद करने का दिया प्रस्ताव : हरमू हाउसिंग कॉलोनी में संचालित बैटरी फैक्टरी को बंद करने का प्रस्ताव कार्यपालक अभियंता प्रमोद भट्ट ने नगर आयुक्त प्रशांत कुमार को दिया है. आयुक्त को लिखे गये पत्र में श्री भट्ट ने कहा है कि घनी आबादी के बीच में फैक्टरी का संचालन किया जा रहा है. बैटरी के पानी को नाली मेें भी बहाया जाता है. इसलिए फैक्टरी पर कार्रवाई की जाये.
क्या है पीएच : पानी की शुद्धता मापने का मानक है पीएच (पोटेंशियल हाइड्रोजन). साधारण पीने के पानी में पीएच की मात्रा साढ़े छह से सात के बीच होती है. पानी में पीएच की मात्रा आठ से ऊपर होने पर पानी क्षारीय हो जाता है.
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