नयी दिल्ली/रांची : केंद्रीय नेतृत्व की अनुमति के बिना झारखंड प्रदेश कार्यसमिति की घोषणा करने और सीएनटी-एसटीपी एक्ट पर सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद विवादों में घिरे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. खबर है कि ताला मरांडी ने बुधवार को अपना इस्तीफा भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल को सौंप दिया. ताला मरांडी के पीए ने इस्तीफे की पुष्टि की है.
सूत्रों का कहना है कि सितंबर में होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकसे पहले नये प्रदेशअध्यक्ष की घोषणा कर दी जायेगी.हालांकिफिलहाल उन्हें पद पर बने रहनेकाेकहा गया है.
भाजपा प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रभात खबर को बताया
ताला मरांडी पार्टी के अनुशासित सिपाही है. पार्टी जो भी फैसला लेगी, उन्हें स्वीकार्य होगा. रावत ने बताया कि ताला मरांडी ने कहा कि वह पार्टी के फैसले का सम्मान करते हैं और पार्टी के लिए काम करते रहेंगे.
देर रात केंद्रीय नेताओं से मिले
इससे पहले केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर ताला मरांडी मंगलवार देर रात दिल्ली पहुंचे. रात करीब 12 बजे के बाद उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेताओ के साथ भेंट की. बुधवार को ताला मरांडी भाजपा मुख्यालय भी आये. पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. देर शाम उन्होंने संगठन मंत्री रामलाल से भेंट की.
केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर सीएम रघुवर दास भी मंगलवार को दिल्ली गये थे. मुख्यमंत्री ने वहां त्रिवेंद्र सिंह रावत और सौदान सिंह से मुलाकात की थी. दोनों ने मुख्यमंत्री से पूरे मामले की जानकारी ली थी. सीएम बुधवार को दिन के 11 बजे रांची लौट आये.