कार का पेपर जांच के दौरान फर्जी पाया गया. जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर थाना लाया गया. कड़ाई से पूछताछ के दौरान तीनों ने बताया कि वह बिरसानगर से कार चोरी कर आदित्यपुर में बेचने जा रहे थे. उनकी निशानदेही पर चोरी गयी सात बड़ी गाड़ियों को गोविंदपुर, बिरसानगर, चांडिल से बरामद किया गया.
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अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश
जमशेदपुर: चाेरी की सात बड़ी गाड़ी, सैकड़ों फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आइडी सहित कई कागजातों के साथ पुलिस ने अंतराज्यीय वाहन चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों में सुनील कुमार सिंह, टिंकू दास और मनीष अग्रवाल शामिल है. गिरोह के सरगना के अलावा अन्य सदस्य अब भी फरार […]
जमशेदपुर: चाेरी की सात बड़ी गाड़ी, सैकड़ों फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आइडी सहित कई कागजातों के साथ पुलिस ने अंतराज्यीय वाहन चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों में सुनील कुमार सिंह, टिंकू दास और मनीष अग्रवाल शामिल है. गिरोह के सरगना के अलावा अन्य सदस्य अब भी फरार हैं. गिरोह का सरगना व उससे जुड़े सदस्य छपरा और सीवान के रहने वाले हैं. उक्त जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू ने शनिवार को अपने कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में दी.
ऐसे पकड़ाये गिरोह के सदस्य : एसएसपी ने बताया कि पांच जुलाई को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बिरसानगर थाना क्षेत्र से एक कार चोरी कर आदित्यपुर की ओर बेचने के लिए ले जाया जा रहा है. सूचना के बाद गोलमुरी चौक पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. चेकिंग के दौरान एक सफेद रंग की कार पर सवार लोग पुलिस को देख कर भागने लगे. पुलिस पदाधिकारियों ने ओवरटेक कर उन्हें पकड़ा. कार में तीन लोग बैठे हुए थे.
छपरा से खरीद कर लाते थे चोरी की गाड़ी : एसएसपी ने बताया कि बिहार के छपरा के शिवपूजन प्रसाद, राज किशोर और कामता सिंह उर्फ अनिल कुमार प्रसाद सरगना का प्रमुख है. ये अपने क्षेत्र में कार की चोरी कर सुनील को बेच देते थे. सुनील उन वाहनों की बिक्री अपने हिसाब से करता था. चोरी के वाहनों की बिक्री के दौरान सुनील सिंह मनीष और टिंकू की मदद गाड़ी के कागजात बनाने में लेता था. सुनील कुमार सिंह बिरसानगर का रहने वाला है. वह पूर्व में भी जेल जा चुका है.
मनीष बनाता था फर्जी पेपर, टिंकू बनता था गाड़ी मालिक : एसएसपी ने बताया कि सरगना से गाड़ी खरीदने के बाद सुनील फर्जी पेपर बनाने के लिए मनीष से संपर्क करता था. मनीष सीतारामडेरा भालुबासा का रहने वाला है. उसकी सिदगोड़ा में कंप्यूटर की दुकान है. मनीष अपनी दुकान में चोरी की गाड़ी का फर्जी पेपर बनाता था. इस दौरान वह आधार कार्ड, वोटर आइडी, पैन कार्ड सहित कई पेपर बना देता था. इस दौरान गाड़ी खरीदने के लिए ग्राहक के आने पर बारीडीह बस्ती के टिंकू दास गाड़ी मालिक बन जाता था.
ओएलएक्स पर गाड़ी बेचते थे: सुनील सिंह ने पुलिस को बताया कि सरगना से गाड़ी खरीदने के बाद वह गाड़ी का फोटो खींच कर ओएलएक्स पर डाल देता था. गाड़ी की कीमत ज्यादा नहीं होने के कारण जल्द ग्राहक मिल जाते थे. उसके बाद वे लोग यह देखते थे कि कौन ग्राहक कहां का रहने वाला है. जिस ग्राहक का घर जमशेदपुर से सबसे ज्यादा दूर होता था, गिरोह उसी को गाड़ी बेचते थे. सुनील दो से ढाई लाख रुपये में गाड़ी बेच देता था.
सुनील के घर से चार कार बरामद : छापामारी के दौरान सुनील कुमार सिंह के बिरसानगर जोन नंबर-5 स्थित आवास से चोरी की चार गाड़ी बरामद की गयी. जबकि अन्य कार गोविंदपुर, चांडिल और बिरसानगर से बरामद हुई.
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