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ग्रामीण सचिवालय की तरह काम करेंगी पंचायतें
रांची: राज्य की सभी पंचायतें ग्राम सचिवालय की तरत काम करेंगी़ जल्द ही सभी पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय बनेंगे. कंप्यूटर अॉपरेटर सहित अन्य कर्मी भी बहाल होंगे. पंचायतों की एक कार्यकारिणी होगी. पंचायतों के अलावा प्रखंड व जिला स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भी इसके सदस्य होंगे. सभी पंचायतों को यह सूचना सार्वजनिक करनी चाहिए कि उन्हें […]
रांची: राज्य की सभी पंचायतें ग्राम सचिवालय की तरत काम करेंगी़ जल्द ही सभी पंचायतों में ग्रामीण सचिवालय बनेंगे. कंप्यूटर अॉपरेटर सहित अन्य कर्मी भी बहाल होंगे. पंचायतों की एक कार्यकारिणी होगी. पंचायतों के अलावा प्रखंड व जिला स्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भी इसके सदस्य होंगे. सभी पंचायतों को यह सूचना सार्वजनिक करनी चाहिए कि उन्हें किस काम के लिए कितनी राशि मिली है. जनता (ग्राम सभा के सदस्यों) को भी यह पता होना चाहिए. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. उन्होंने सभी पंचायतों में 2017 तक इंटरनेट देने की बात कही़.
श्री दास ने शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन स्थित नये सभागार में पंचायत प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया़ कुल 85 स्त्री-पुरुष मुखिया को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन पंचायती राज की ऋचा चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन संयुक्त सचिव राजेश वर्मा ने किया. मौके पर एटीआइ के महानिदेशक सुधीर प्रसाद, राज्य निर्वाचन आयुक्त शिव बसंत, पंचायती राज सचिव डॉ प्रवीण शंकर व विभागीय अधिकारियों सहित राज्य भर से अाये पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे.
ग्रामीण जनता ही देश व राज्य की रीढ़ : नीलकंठ : ग्रामीम विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि ग्रामीण जनता ही देश व राज्य की रीढ़ हैं. इनके विकास की हमें चिंता करनी चाहिए. निर्विरोध चुने गये पंचायत प्रतिनिधियों के संबंध में उन्होंने कहा कि निर्विरोध विकास के लिए ही आपका चुनाव हुआ है. उन्होंने कहा कि 14वें वित्त आयोग से मिली राशि को तरीके से खर्च करे.
पंचायती राज व्यवस्था देश की प्राचीन व्यवस्था : प्रधान सचिव
ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था हमारे देश की प्राचीन व्यवस्था है. पंचायतें सिर्फ सरकार की कार्यान्वयन एजेंसी नहीं हैं. यह सामाजिक समरसता तथा विकास के लिए जरूरी कई ऐसे कार्य भी करती हैं, जिसमें कोई खर्च जुड़ा नहीं होता. श्री सिन्हा ने बताया कि 14 विभागों के काम, मनरेगा व 14वें वित्त आयोग को मिला कर अगले पांच वर्षों में पंचायतों को करीब 15 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे.
85 पंचायत प्रतिनिधि पुरस्कृत : मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत कुल 85 पंचायत प्रतिनिधियों (मुखिया)को सम्मानित किया गया. गढ़वा व सिमडेगा जिले को छोड़ शेष सभी 22 जिलों से कोई न कोई पुरस्कृत हुआ है. इनमें से 31 मुखिया को निर्विरोध चुने जाने के कारण तथा शेष 54 को अपनी पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त करने के कारण पुरस्कृत किया गया. निर्विरोध निर्वाचित कुल 31 मुखिया में से 24 महिलाएं हैं. निर्विरोध निर्वाचित तथा स्वच्छता कार्यक्रम के लिए सभी मुखिया को दो-दो लाख तथा पुरुष मुखिया को एक-एक लाख का चेक दिया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरस्कार की राशि मुखिया को निजी रूप में नहीं दी गयी है. इस पैसे से वह अपनी पंचायत में विकास का कार्य कर सकते हैं.
निर्विरोध निर्वाचित मुखिया : रांची जिला : रामो देवी (चुरी पूर्वी, खलारी), गोपी मुंडा (सारले, बुढ़मू), सुगी मुंडाइन (मालगो, लापुंग), कंचन उरांव (डाडी, लापुंग) व मीना देवी (अोरमांझी, अोरमांझी). गुमला : सुषमा केरकेट्टा (कोलेंग, पालकोट). खूंटी : गंगोत्री देवी (घुनसुली, कर्रा), पू सिंहभूम : नीलिमा देवगम (द इचड़ा, मुसाबनी), प. सिंहभूम : मरसा बूढ़ (टोमडेल, गुदड़ी) व संजय उरांव (हरता, आनंदपुर). सरायकेला-खरसांवा : अनामिका सिंह मुंडा (पाचकुम, ईचागढ़) कविता उरांव (कपाली उत्तरी, चांडिल), सावित्री सिंह (कपाली दक्षिण, चांडिल), शशि मुखी देवी (गोमियाडीह, कुचई) व पियो हांसदा (डुमरा, गम्हरिया). चतरा : तुलिया देवी (हुरनाली, सिमरिया) व अरुषी देवी (बेंती, टंडवा). हजारीबाग : सुनीता देवी (पबरा, कटकमसांडी), पार्वती देवी (सलगा, केरेडारी) व पानो देवी (गोंदलपुरा, बड़कागांव). कोडरमा : सुमित्रा देवी (फुलवरिया, डोमचांच). पाकुड़ : पयसी पहाड़िया (भवानीपुर, पाकुड़). साहेबगंज : कमलेश्वरी देवी (मखमलपुर उत्तर, साहेबगंज), मेरी मुर्मू (मोकिमपुर, राजमहल), मालती हांसदा (दक्षिणी बेगमगंज, उधवा) व किरणमाला हांसदा (बरहरवा पूर्वी, बरहरवा). दुमका : पूनम देवी (नोनीहाट, जरमुंडी), जामताड़ा : सोनामुनी मुर्मू (बुटबेरिया, नारायणपुर) व सुधीर सोरेन (कोरीडीह-1, नारायणपुर). लातेहार : तेतरी देवी (फुलसु, बरियातू). गिरिडीह : राजकुमार यादव (बिरने,गांवा).
एेसा काम करें कि लोग याद रखें : सीएम
मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों से कहा कि एेसा काम करें कि लोग याद रखें. बहुत से पंचायत प्रतिनिधि सोचते हैं कि मुखिया बन गये, जिला परिषद में आ गये, तो जितना भ्रष्टाचार करना है कर लें. चुनाव के वक्त खबर आती थी- लोग पुरी घूमते थे. सीएम ने कहा कि खाली हाथ आये हैं, खाली हाथ जायेंगे. पैसा लूट कर क्या करेंगे. काम नहीं करनेवाले पहले के 80 फीसदी मुखिया इस बार हार गये. लट-पट करके आप दोबारा नहीं जीत सकते.
तीन लाख शौचालाय निर्माण का लक्ष्य पूरा : चंद्रप्रकाश
पेयजल व स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि विभाग ने तीन लाख शौचालाय निर्माण का अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है. हमें पूरे राज्य को खुले में शौच से मुक्त करना है. श्री चौधरी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सम्मानित हो रही पंचायतों को आदर्श पंचायत के रूप में लिया जाये.
राज्य की 54 पंचायत खुले में शौच से मुक्त
हुफु (गोला), हरिना (बाघमारा), धरमपुर (जमुआ), लाल बाजार (राजधनवार), घाघरा (गुमला), दुमदुमी (सारठ), रामुडीह (देवीपुर), दक्षिणी टुंडुल (नगड़ी), डुमरा (बाघमारा), तोरपा पू (तोरपा),तोरपा प (तोरपा), पेटसार (जरमुंडी), सूरजडीह (गोपीकांदर), बादुरी (चैनास सादवो), बनहे (टांडा), छोटीगम्हरिया (गम्हरिया), बड़कागांव पश्चिमी (बड़कागांव), पटमदा (पटमदा), पेटो (किरीबारी), सिंदवारी (बड़कागांव), असकंधा (महेशपुर), कसिया (तांत नगर), पंचडिही (गोड्डा), बेयासी (चान्हो), चीरू (हेरहंज), चेदरा (विष्णुगढ़), चट्टी (बरलातू), टटरी द (जरीडीह), फोरी (गुमला), अमरपुर (ठंकुर), गोला (गोला), चितरपुर (गोला), डुगनी (चांडिल), रसुनिया (चांडिल), सिबलीबाड़ी प (निरसा), टंडवा (टंडवा), जामी (चक्रधरपुर), बाराटोला उ (मेदिनीनगर), निपुनिया (गोड्डा), सिबलीबाड़ी द (निरसा) डाहरभंगा (टाटी), चिरैया (सोनुवा), इटखोरी (इटखोरी), उदीकेल (तोरपा), बोंगाबाद (मांडू), पोंडा (कसमार), कनडाचारी (बड़कागांव), बागरो (डोमचांच), सलगी (कुड़ू), हहाप (नामकुम), हेतपोचरा (लातेहार सदर), गिद्धौर (गिद्धौर), कुंडहित (कुंडहित) व खौरा (बरवाडीह).
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