पुलिस के अनुसार चिराग मिलन का साढ़ू है. तीनों व्यवसायी पुरानी कार खरीद-बिक्री का काम करते हैं. उन्हें फोन कर शमशेर ने पुरानी कार बेचने के नाम पर आसनसोल बुलाया, जहां से तीनों का अपहरण कर लिया.
तब उसे कुछ लोग लेकर चार बजे धुर्वा थाना पहुंचे. इसके बाद मिलन ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. जिस नंबर से फिरौती की मांग की जा रही थी. वह नंबर भी मिलन ने पुलिस को उपलब्ध कराया. तकनीकी शाखा से जांच करने पर मोबाइल का नंबर बगोदर मिला, तब रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने गिरिडीह एसपी को मामले की जानकारी दी और वाहनों की चेकिंग कराने के लिए कहा.
इस दौरान पुलिस ने एक कार को रोकने के लिए कहा, लेकिन इससे पहले कार में सवार दो लोग भाग निकले. बाद में पुलिस ने कार का पीछा कर उसमें सवार सोनू और शमशेर को गिरफ्तार कर लिया. और उनके चंगुल से मिलन के साढ़ू चिराग को मुक्त कर लिया. दोनों अपराधियों की निशानदेही पर धर्मेश को भी मुक्त कराया गया. इसके बाद दोनों अपराधी और व्यवसायी को लेकर रांची पुलिस की टीम बगोदर से रांची पहुंची.