रांची: राजधानी के कुछ पुलिसकर्मियों की कार्यों के प्रति लापरवाही की वजह से सीनियर पुलिस अफसरों से लेकर सरकार तक की किरकिरी हुई है. इतना ही नहीं, पुलिस के कार्यों के प्रति भी सवाल उठने लगे हैं. कार्य में लापरवाही बरतने के कारण गत 23 नवंबर से लेकर 16 दिसंबर तक राजधानी के 11 पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके हैं.
सबसे पहले इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद से रंगदारी मांगने और गोली चलाने के मामले में अरगोड़ा पुलिस ने लापरवाही बरती. इस मामले में अरगोड़ा थाने के तत्कालीन थानेदार उपेंद्र कुमार और मुंशी अनिल कुमार को निलंबित किया गया. इस घटना के बाद एसएसपी ने पुलिस अफसरों की बैठक बुलायी थी और काम करने के तरीकों से उन्हें अवगत कराया था.
इतना ही नहीं, डीजीपी ने 25 नवंबर और डीआइजी ने 27 नवंबर को भी थाना प्रभारियों के साथ बैठक की थी. पुलिसकर्मियों को सिखाया गया था कि कैसे आम लोगों के साथ बर्ताव करना है और लोगों की सुरक्षा को लेकर सजग रहना है. इसके बावजूद पुलिस की कार्यशैली में सुधार नहीं हुई. रही सही कसर लालपुर पुलिस ने पूरी कर दी, जब अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज की जब्त बाइक को छोड़ने के लिए उनसे रुपये मांगे गये और उनसे गलत व्यवहार किया गया.
कौन पुलिसकर्मी किस आरोप में हुए निलंबित
16 दिसंबर: अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज की बाइक छोड़ने के नाम रिश्वत मांगने और गलत व्यवहार के आरोप में लालपुर दारोगा बलबीर सिंह और जमादार सुरेश ठाकुर निलंबित.
16 दिसंबर: डॉ इंतेजार अली को झूठे केस में फंसाने के आरोप में इंस्पेक्टर सुबोध श्रीवास्तव, अनगड़ा थानेदार शिव कुमार, सिल्ली थानेदार सुजीत राय और सिल्ली थाना के दारोगा अनंत आर्या निलंबित.
07 दिसंबर: मारपीट के केस में रिपोर्ट तैयार करने के लिए पांच हजार रिश्वत लेते नगड़ी थाना के दारोगा हरेकृष्ण राय को निगरानी ने गिरफ्तार किया. बाद में दारोगा को निलंबित किया गया.
01 दिसंबर: लालपुर थाना प्रभारी अनिमेष गुप्ता को पीड़ित युवती को समझौता के लिए कहने, सदर थाना प्रभारी मदन ठाकुर को हत्या के मामले में गलत बयान देने और तुपुदाना ओपी प्रभारी संजय कुमार को गेंदा सिंह पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में निलंबित किया गया.
23 नवंबर: इंजीनियर समरेंद्र मामले में कार्रवाई नहीं करने और लापरवाही बरतने के आरोप में अरगोड़ा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उपेंद्र कुमार राय और मुंशी अनिल कुमार को निलंबित किया गया.