Advertisement
दरिंदों ने मजीद को बना दिया जिंदा लाश
साकेत कुमार पुरी किडनी निकालने की कोशिश में आंत की नली काट दी रांची : 22 साल का मजीद उर्फ समीर शाह इस समय अस्पताल में मौत से जूझ रहा है. पैसों के लालची दरिंदों ने उसे जिंदा लाश बना दिया है. 10 साल तक कैद में रख कर बंधुआ मजदूरी कराने के बाद उसकी […]
साकेत कुमार पुरी
किडनी निकालने की कोशिश में आंत की नली काट दी
रांची : 22 साल का मजीद उर्फ समीर शाह इस समय अस्पताल में मौत से जूझ रहा है. पैसों के लालची दरिंदों ने उसे जिंदा लाश बना दिया है. 10 साल तक कैद में रख कर बंधुआ मजदूरी कराने के बाद उसकी किडनी निकालने को कोशिश की गयी और फिर सड़क के किनारे फेंक दिया गया.
अब उसके परिजन जमीन-जायदाद बेच कर उसका इलाज करा रहे हैं. उसका इलाज रातू काठीटांड़ के इलियास आजाद अस्पताल में चल रहा है. मामले में गुमला के अहातू थाने में बंधन महतो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
क्या हुआ है मजीद के साथ : अस्पताल में मजीद का इलाज कर रहे डॉ एम आलम ने बताया : मजीद की किडनी निकालने की कोशिश की गयी है. हालांकि अंतिम क्षणों में कुछ ऐसा हुआ होगा कि उसकी किडनी नहीं निकाली जा सकी. इस दौरान उसकी आंत की नली काट दी गयी और उसी हालत में स्टिच कर छोड़ दिया गया. इससे उसके पेट में ही गंदगी जमती गयी.
उसके कई अंदरूनी अंग संक्रमित हो गये हैं. फिलहाल अॉपरेशन करके उसका पेट साफ किया गया है. कृत्रिम नली लगा कर उसका मल-मूत्र बाहर निकाला जा रहा है. उसकी हालत काफी खराब है. इस वक्त उसे महंगे इलाज की जरूरत है.
रिम्स ने नहीं किया भरती, धमका रहे थानेदार
मजीद के भाई साजिद शाह ने बताया : दिल्ली से लाने के बाद उसके भाई को गुमला सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. वहां से उसे रिम्स रेफर कर दिया गया, लेकिन उसकी हालत देख कर रिम्स में भरती ही नहीं किया गया. तब उसे रातू, काठीटांड़ के इलियास अस्पताल में भरती कराया गया है. इस मामले में दलाल के खिलाफ गुमला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है, पर मजीद के परिजन का आरोप है कि दलाल को पकड़ने की जगह अहातू थाना प्रभारी उलटे मजीद के परिजन को ही धमका रहे हैं, कि वे मामला उठा लें. ऐसा नहीं करने पर उन्हें परिणाम भुगतने की भी धमकी दी जा रही है.
बिक गये जमीन-जायदाद
इलियास अस्पताल में उसके इलाज के पैसे नहीं लिये जा रहे. मानवता के नाते डॉक्टर बिना फीस के उसका इलाज कर रहे हैं. लेकिन दवाओं पर ही अब तक एक लाख रुपये से ज्यादा का खर्च आ चुका है. इसके लिए मजीद के भाइयों ने गांव में अपनी पूरी जमीन बेच दी. इसके बाद भी पैसों की कमी हो रही है. अब वह चंदा करके पैसे जुटा रहे हैं.
दलाल पकड़ा जाये, तो हो सकता है बड़ा खुलासा
मजीद कहता है कि उस फैक्टरी में उसके जैसे और भी लगभग 100 बच्चे कैद हैं. सभी को अचानक इंजेक्शन दिया जाने लगता है और फिर वह गायब हो जाता है. उसकी बातों से लगता है कि उक्त फैक्टरी में बच्चों को अमानवीय ढंग से रखा और काम कराया जाता है. इस दौरान एक-एक कर उनके अंग बेचे जाते हैं.
ऐसी दरिंदगी कि इंसानियत हो जाये शर्मसार
मजीद शाह उर्फ समीर शाह गुमला जिले के कोटाम गांव का रहनेवाला है. छोटा ही था, तो पिता का देहांत हो गया. छह भाइयों और दो बहनों के साथ उसकी मां असुमन बीबी किसी तरह इनको जिंदा रखने की कोशिश कर रही थी. गांव के ही बंधन महतो ने उसे काम दिलाने का झांसा दिया और दिल्ली ले जाकर उसे बेच दिया. तब उसकी उम्र सिर्फ 12 साल की थी. मजीद बताता है कि उसे वहां एक कारखाने में कैद करके रखा गया था. वहां केमिकल पाउडर बनाने का काम होता था. वहां उसके जैसे ही लगभग 100 और बच्चे कैद थे.
उन्हें 12 से 14 घंटे काम कराने के बाद दो वक्त खाना दिया जाता था. काम के बाद एक बड़े कमरे में कैद कर दिया जाता था. 10 साल तक उसे बाहर की हवा नसीब नहीं हुई. इस साल जुलाई के आखिरी सप्ताह से उसे कोई इंजेक्शन दिया जाने लगा और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. फिर एक दिन उसे एक छोटे से अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसे बेहोशी की दवा दी गयी. उसे जब होश आया, तो वह सड़क पर पड़ा था. वहां की स्थानीय पुलिस उसे उठा कर दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में भरती करा दी. इसकी जानकारी उसके परिजन को दी गयी. जानकारी मिलने के बाद उसका भाई उसे लेकर गुमला पहुंचे.
12 साल की उम्र में दलाल ने दिल्ली में ले जाकर बेच दिया
कारखाने में 10 साल तक कैद कर कराया गया काम
रिम्स ने किया भरती लेने से इनकार, काठीटांड़ के इलियास अस्पताल में चल रहा इलाज
‘‘प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. जांच से लगता है कि मजीद शाह कुछ झूठ बोल रहा है. उसे कारखाने में काम तो कराया जा रहा था, पर कैद नहीं किया गया था. वह लगातार अपने परिजनों के संपर्क में था.
राकेश कुमार, थाना प्रभारी, अहातू थाना
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement