रांची: झारखंड शिक्षा परियोजना (जेइपीसी) के तीन कर्मचारियों की सेवा समाप्त होगी. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने इस आशय का निर्देश गुरुवार को परियोजना पदाधिकारी को दिया. इसके अलावा दर्जन भर कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इन कर्मचारियों को एक सप्ताह के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है.
काम में लापरवाही व समय पर कार्यालय नहीं आने के कारण यह नोटिस जारी किया गया है. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने गुरुवार को श्यामली कॉलोनी स्थिति परियोजना कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कार्यक्रम प्रकोष्ठ के तीन कंप्यूटर ऑपरेटर एक साथ बैठ कर बात कर रहे थे. इन कर्मचारियों ने अपना कंप्यूटर तक ऑन नहीं किया था. जिन कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया गया है, उनमें अरविंद कुमार, रवि राय व संजय कुमार शामिल हैं.
सचिव ने दी थी चेतावनी
मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव के विद्यासागर ने कुछ दिन पूर्व झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान सचिव ने पाया कि कई कर्मचारी अपना काम ठीक से नहीं कर रहे थे. शिक्षा सचिव ने सभी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए सही तरीके से काम करने का निर्देश दिया था. शिक्षा परियोजना निदेशक ने भी कुछ दिन पूर्व दर्जन भर से अधिक कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसके बाद भी कर्मचारियों की कार्य प्रणाली में सुधार नहीं हुआ.
आवश्यकता से अधिक कर्मचारी
झारखंड शिक्षा परियोजना में काम व आवश्यकता के अनुपात में अधिक कर्मचारी कार्यरत है. शिक्षा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव डॉ डीके तिवारी ने भी अपने कार्यकाल में निरीक्षण के दौरान पाया था कि परियोजना कार्यालय में कर्मचारी अधिक है. उन्होंने सभी कर्मचारियों के काम का डाटा तैयार करने को कहा था. वैसे कर्मचारी जिनकी आवश्यकता नहीं है, उन्हें जिलों में भेजने को कहा गया था. निरीक्षण के दौरान पाया गया था कि आधा दर्जन कंप्यूटर ऑपरेटरों ने अपना कंप्यूटर तक ऑन नहीं किया था.
बैकुंठ को किया कार्यमुक्त
प्राथमिक विद्यालयों में महापुरुषों की पोस्टर छपाई व आपूर्ति में गड़बड़ी के मामले में झारखंड शिक्षा परियोजना के शिक्षा शास्त्री बैकुंठ पांडेय को अगले आदेश तक कार्यमुक्त कर दिया गया है. इस आशय का पत्र जारी कर दिया गया है. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने श्री पांडेय को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अगले आदेश तक काम नहीं करने को कहा है.