घटना पर संदेह होने के कारण मंगलवार को थाने में सदर डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने डॉ विनीत से जानकारी ली. उनसे पूछा गया कि किसी से उनका पुराना विवाद तो नहीं है. संपत्ति को लेकर तो कहीं विवाद नहीं है, लेकिन डॉक्टर ने पुलिस को ऐसी कोई जानकारी नहीं दी.
डॉ विनीत ने पुलिस को सिर्फ इतना बताया कि वह टाटीसिलवे से लौट रहे थे, तब बाइक सवार दो लोगों ने उन्हें कार रोकने का इशारा किया. कार रुकते ही दोनों ने खिड़की के समीप पहुंच कर गेट खोलने का इशारा किया. खिड़की खोलने से इनकार करने पर दोनों ने फायरिंग की. डॉ विनीत ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया था या नहीं, इस संबंध में जानकारी लेने पर पता चला कि उन्होंने फोन किया था, लेकिन कंट्रोल रूम से जब उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया, तब उनका मोबाइल व्यस्त मिला.