रांची: मनरेगा आयुक्त अरुण ने कहा कि मनरेगा के तहत सूखे या मृत प्राय नदी-नालों को जीवित किया जायेगा. यानी ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि उसमें पानी भरे. वह सूखा नहीं रहे. यह काम मनरेगा के पैसे से गांवों में किया जायेगा. ग्रामीणों से इसके लिए पहल करने को कहा गया है. गुरुवार को वह रांची में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
रोजगार की मांग घटी: उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में रोजगार की मांग घटी है. सितंबर तक 3.20 करोड़ श्रम दिवस सृजित करना था, पर 2.15 करोड़ ही सृजित हुआ है. उन्होंने कहा कि रोजगार बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जा रहा है. सड़क किनारे दोनों तरफ पांच-पांच फीट मिट्टी कार्य से चौड़ीकरण की योजना है. फिर वृक्षारोपण किया जायेगा. इतना ही नहीं सिंचाई कूपों से मछली पालन की योजना है.
शौचायल बनेंगे : उन्होने निर्मल भारत अभियान के तहत कन्वर्जेस के माध्यम से गांवों में शौचालय का निर्माण कराने की योजना की जानकारी दी. इसमें मनरेगा से 4500 रुपये दिये जा रहे हैं. निर्मल भारत योजना से 4600 रुपये व 900 रुपये लाभुक के रहेंगे.
शीघ्र होंगे एक आयुक्त स्तर के नोडल अफसर: उन्होंने बताया कि मन रेगा के लिए दूसरे विभागों से कन्वर्जेस अति आवश्यक है. कन्वर्जेस को लेकर शीघ्र ही आयुक्त स्तर के एक अफसर को नोडल अफसर बनाया जायेगा. वह कन्वर्जेस की स्थिति को बेहतर करेंगे. केंद्र सरकार जल्द इसमें फैसला लेगी.