रांची: राज्य के सबसे बड़े संस्थान रिम्स को खोजने से भी कार्डियेक सजर्न नहीं मिल रहे हैं. रिम्स द्वारा बार-बार विज्ञापन निकाले जाने के बावजूद, राज्य में चिकित्सक आने को तैयार नहीं है. 2012 में दिये गये आवेदन के आधार पर एक कार्डियेक सजर्न डॉ संजीव कुमार ने योगदान दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद उन्होंने रिम्स छोड़ दिया. कार्डियेक सजर्न ने रिम्स छोड़ कर एम्स, पटना में अपना योगदान दिया है.
कम वेतन है मुख्य कारण
रिम्स में चिकित्सकों का वेतन अन्य राज्यों के मेडिकल कॉलेज एवं संस्थानों से कम है. रिम्स में प्रोफेसर का वेतनमान 34,000 से 67,000 हजार है. एसोसिएट प्रोफेसर एवं असिस्टेंट प्रोफेसर का वेतन 15,600 से 39,100 है. रिम्स में एसोसिएट प्रोफेसर को कुल 70 हजार मिलता है वहीं एम्स, पटना में 1.25 लाख मिलता है. वहीं असिस्टेंट प्रोफेसर को रिम्स में 44 हजार मिलता है, वहीं एम्स पटना में 90 हजार है.
कब निकला था विज्ञापन
रिम्स में कार्डियेक सजर्न की बहाली के लिए दो बार विज्ञापन निकाला गया है. पहली बार फरवरी 2012 एवं दूसरी बार अप्रैल 2013 में विज्ञापन निकाला गया था. विज्ञापन करने के बावजूद कम चिकित्सकों ने आवेदन किया था. आवेदक कम होने के कारण कार्डियेक सजर्न ही नहीं मिल पाये हैं.