आदिवासी विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की सीएम की घोषणा पर बोली पार्टियां
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदिवासी मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप देने की घोषणा की है. इस पर विपक्ष ने कहा है कि आदिवासी छात्रों के साथ–साथ अन्य वर्गो के साधनहीन छात्रों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए.
वहीं सहयोगी दलों का कहना है कि बाद में सभी वर्गो के लिए योजना बनायी जा सकती है. वित्त मंत्री ने कहा है कि भले ही बजट में प्रावधान नहीं है, पर मुख्यमंत्री की घोषणा पर प्रस्ताव आयेगा, तो फंड की व्यवस्था भी की जायेगी. उन्होंने अन्य वर्गो के छात्रों को भी आश्वस्त किया है.
सभी वर्गो को ध्यान में रख बने योजना : सुखदेव
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि सभी वर्गो के प्रतिभावान छात्रों को लैपटॉप मिलने चाहिए. अगर सरकार योजना बनाती है, तो इसमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसका लाभ सभी वर्गो को मिले. ऐसा नहीं हो कि गरीब, निर्धन छात्र इससे वंचित रह जायें. सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व नहीं होने पर मेधावी छात्रों में कुंठा की भावना घर करेगी.
प्रस्ताव आने के बाद विचार : राजेंद्र सिंह
मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी छात्रों को लैपटॉप दिये जाने की घोषणा पर वित्त मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जब घोषणा की है, तो इसके लिए बजट बहुत बड़ी समस्या नहीं है. यह सही है कि बजट में प्रावधान नहीं है, पर मुख्यमंत्री चाहते हैं, तो प्रस्ताव भेजेंगे.
प्रस्ताव आने के बाद वित्त मंत्री के रूप में फंड की व्यवस्था करना हमारा दायित्व है, जिसे वह जरूर निभायेंगे. कई योजनाओं की राशि लैप्स हो जाती है. कई योजनाओं के फंड भी हैं, जिनमें आदिवासी कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, ओबीसी कल्याण और महिला कल्याण के फंड शामिल होते हैं. इसमें कोई समस्या नहीं है कि आदिवासी छात्रों को लैपटॉप दिया जाये.
श्री सिंह ने अन्य वर्गो के छात्रों को लैपटॉप दिये जाने के बारे में कहा कि जब उनकी ओर से भी मांग आयेगी, तो सरकार विचार करेगी. साइकिल वितरण योजना जब आरंभ हुई, तो केवल आदिवासी बालिकाओं के लिए थी. आज सभी वर्गो की छात्राओं को साइकिलें मिल रही हैं. इसी तरह जब सरकार विचार करेगी, तो अगले बजट में इसका प्रावधान वित्त मंत्री के रूप में जरूर करेंगे. अन्य छात्रों के मामले भी सरकार जरूर देखेगी.
जहां तक अभी की बात है, तो सीएम की घोषणा में वित्तीय संकट आड़े नहीं आयेगा.
सभी मेधावी छात्रों को मिले लैपटॉप : अर्जुन मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार की ओर से छात्रों को लैपटॉप देने में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए. सभी मेधावी छात्रों को इसका लाभ मिलना चाहिए. यूथ देश की शक्ति है. देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेवारी उनके कंधों पर है.
शनिवार को छत्तीसगढ़ से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान उन्होंने यह बात कही. श्री मुंडा ने बताया कि विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम में भाग लेने छत्तीसगढ़ गये थे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 50 वर्षो से चलाया जा रहा ट्राइबल सब प्लान (टीएसपी) एक धोखा है. लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जो भी प्लान बने उसका असर दिखना चाहिए.
वर्तमान व भविष्य में बनने वाली सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के बड़बोलापन को जनता समझ रही है. श्री रमेश दावा कर रहे हैं कि झारखंड का विकास एक वर्ष में दिखने लगेगा. अगर यह सही होता तो केंद्र में कांग्रेस लगभग 50 वर्षो से है और देश की स्थिति किसी से छुपी नहीं है.
खास वर्ग को नहीं, सबको मिले लैपटॉप : अन्नपूर्णा देवी
राज्य की जल संसाधन, समाज कल्याण, महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी का मानना है कि लैपटॉप सभी छात्रों को दिया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की यह घोषणा कि मेधावी आदिवासी छात्रों को ही लैपटॉप दिये जायेंगे, न्यायोचित नहीं है. किसी खास वर्ग के लिए इस तरह की घोषणा करने से दूसरे वर्गो में मनभेद और मतभेद उत्पन्न होगा. छात्रों में इस तरह की घोषणा से अलग धारणा बनेगी.
उन्होंने कहा कि वे इस सिलसिले में मुख्यमंत्री से मिलेंगी और अपनी भावना और पार्टी की राय से उन्हें अवगत करायेंगी. उन्होंने प्रभात खबर से बातचीत के क्रम में कहा कि सरकार की योजना सभी वर्गो के लिए समान होनी चाहिए.
हां, इस बात पर नीतिगत फैसला लिया जाना चाहिए कि योजना में बीपीएल अथवा गरीब तबके के छात्र–छात्राओं को कैसे प्राथमिकता दी जाये. उन्होंने कहा कि किसी भी योजना को छात्रों के लिए नहीं बांटना चाहिए. स्कूलों में कंप्यूटर की शिक्षा सभी के लिए सुनिश्चित की जानी चाहिए.
पिछड़े व हरिजन छात्रों को मिले लैपटॉप
जदयू विधि प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पिछड़े और हरिजन वर्ग के मेधावी छात्रों को लैपटॉप देने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ग के छात्रों को सरकारी सुविधा देने से वंचित करना न्यायोचित कदम नहीं है.
श्री कुमार ने मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए इसमें पिछड़े और हरिजन वर्ग के छात्रों को शामिल करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सरकार यदि इस मांग को पूरी करती है, तो अभाव के कारण सूचना–तकनीक के इस युग से अनजान विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.