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रिम्स का माहौल खराब : विद्यार्थियों को मुर्गा बनाया जाता है, रॉड, जूता-चप्पल से पीटा भी जाता है
500 विद्यार्थियों ने सौंपा आवेदन, कहा :मार खाने नहीं, पढ़ने आये हैं रांची : सर! हम पढ़ने आये हैं, मार खाने नहीं. हमें सुरक्षा नहीं दे सकते, तो राज्य के किसी भी कॉलेज में हमारा स्थानांतरण कर दें. क्योंकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से रिम्स का माहौल ठीक नहीं है. जान जोखिम में डाल कर हम […]
500 विद्यार्थियों ने सौंपा आवेदन, कहा :मार खाने नहीं, पढ़ने आये हैं
रांची : सर! हम पढ़ने आये हैं, मार खाने नहीं. हमें सुरक्षा नहीं दे सकते, तो राज्य के किसी भी कॉलेज में हमारा स्थानांतरण कर दें. क्योंकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से रिम्स का माहौल ठीक नहीं है. जान जोखिम में डाल कर हम यहां पढ़ाई नहीं करेंगे. बुधवार की शाम करीब छह बजे रिम्स के यूजी के 500 विद्यार्थियों ने रिम्स निदेशक डॉ एसके चौधरी को सील बंद लिफाफे में सामूहिक आवेदन दिया. आवेदन देनेवालों में वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2014 तक के विद्यार्थी शामिल हैं.
आवेदन की प्रति पीएमओ, एमसीआइ, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व स्वस्थ्य सचिव को भी प्रेषित किया है. रिम्स निदेशक को आवेदन सौंपने के दौरान विद्यार्थियों ने कहा कि हम यहां सुरक्षित नहीं हैं. बार-बार जान से मारने की धमकी मिलती है. कुछेक विद्यार्थियों की वजह से सारा कॉलेज साइनडाई कर दिया गया है. अब हम कहां जायेंगे.
हमें मुर्गा बनाया जाता है, रॉड, जूता-चप्पल से पीटा भी जाता है
विद्यार्थियों ने अपने आवेदन में बताया कि जिस दिन से इस कॉलेज में दाखिला लिया है, उसी समय से एक ग्रुप के विद्यार्थियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. पहले वर्ष हमलोगों को बहुत ही कठिन रैगिंग से होकर गुजरना पड़ता है. पहले तीन महीने में मुर्गा बनाया जाता है, रॉड, जूता-चप्पल से मारा जाता है. अभद्र टिप्पणी भी की जाती है. यही नहीं, हमलोगों के साथ अमानवीय व्यवहार भी किया जाता है. रैगिंग के दौरान अगर कोई बेहोश हो जाता है, तो उसे पानी का छींटा मार कर होश में लाया जाता है. इसके बाद पीटा जाता है. धमकी भरे संदेश भी दिये जाते हैं.
हमलोगों ने कई बार एंटी रैगिंग में इसकी शिकायत भी दर्ज करायी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसकी सूचना राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग, पुलिस के आला अधिकारियों व स्वास्थ्य सचिव को भी दी, परंतु इस दिशा में कोई नहीं निर्णय नहीं लिया जा सका. स्थानीय प्रशासन का भी कोई सहयोग नहीं मिला.
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