रांची: पूर्व शिक्षा मंत्री व भाजपा से निलंबित विधायक बैद्यनाथ राम ने बुधवार को पार्टी को जवाब भेजा है. सीमा राय के साथ नाम आने के बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. साथ की स्पष्टीकरण भी पूछा था. अपने जवाब में बैद्यनाथ राम ने लिखा है, पार्टी ने जिस पत्र के माध्यम से स्पष्टीकरण पूछा है, उसमें नहीं लिखा है कि किस महिला ने मुझ पर आरोप लगाया है और क्या आरोप है. पार्टी का पत्र अस्पष्ट है. अगर पार्टी के पास किसी महिला की शिकायत की कॉपी है, तो उपलब्ध करायी जाये, इसके बाद ही वह अपना पक्ष रखेंगे.
उन्होंने अपने जवाब में लिखा है, पार्टी में पहले भी इस तरह के मामले आये हैं. फिर मेरे मामले में इतनी जल्दबाजी क्यों हुई.
इस प्रकार की घटना से पार्टी का ही नहीं, बल्कि मेरे जैसे कार्यकर्ता का भी अपमान हुआ है. इससे मुङो कष्ट पहुंचा है. पार्टी इस पर पुनर्विचार करे. उन्होंने कहा है, स्पष्टीकरण का पत्र मिलने से एक सप्ताह पूर्व तक अगर कोई अमर्यादित बयान मीडिया में आया हो, तो बताया जाये. उसका साक्ष्य दिया जाये. पार्टी के कारण बताओ नोटिस में यह भी साफ नहीं है कि जवाब हमें देना है कि महामंत्री खुद देंगे. बैद्यनाथ राम ने सवाल उठाया है कि क्या भाजपा में यह प्रथा है कि जवाब लेने से पूर्व निलंबित कर दिया जाये. मुझसे निलंबन के बाद स्पष्टीकरण पूछा गया. क्या निलंबन से पहले पूरी घटना में मेरा पक्ष नहीं सुना जाना चाहिए था.
उन्होंने लिखा है, समाचार पत्रों से यह भी देखने को मिला है कि आरोप लगानेवाली महिला को भी निलंबित कर दिया गया है. यह बात समझ से परे है कि आरोपी अगर दोषी है, तो आरोप लगानेवाली महिला को किस बात के लिए निलंबित किया गया.