रांची: यदि बाबूलाल मरांडी ने डोमिसाइल, आरक्षण, सीएनटी-एसपीटी एक्ट, विस्थापन-पलायन, भाषा व मानवाधिकार के सवाल पर आदिवासियों-मूलवासियों का साथ दिया, तो झारखंड दिशोम पार्टी झाविमो का साथ देगी. झारखंड में जल, जंगल, जमीन की लड़ाई सिर्फ सामाजिक ताकत से नहीं जीत सकते, राजनीतिक ताकत बनना जरूरी है.
ये बातें सोमवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित राष्ट्रपति के स्वागत सह धन्यवाद सभा में झादिपा सुप्रीमो सालखन मुमरू ने कही.
आयोजन नगड़ी मामले में राष्ट्रपति के हस्तक्षेप पर किया गया. डॉ निर्मल मिंज ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में सरकार के कानून सीधे लागू नहीं हो सकते. फादर स्टेन स्वामी ने कहा कि नगड़ी के लोग दया नहीं, अधिकार मांग रहे हैं. प्रो संजय बसु मल्लिक ने कहा कि तिलका मांझी- बिरसा मुंडा की लड़ाई आज भी जारी है. सभा में विभिन्न राज्यों से लोग शामिल हुए.