रांची: रांची पुलिस हाल में हुई हत्या की तीन घटनाओं को अब तक नहीं सुलझा पायी है. जनवरी में हरिहर सिंह रोड में महिला की हत्या कर दी गयी थी. वहीं जून माह में जमीन कारोबारी आदित्य राम और बिल्डर महेश्वर प्रसाद सिंह की हत्या कर दी गयी.
तीनों मामलों की जांच में पुलिस को अभी तक कुछ खास सफलता नहीं मिल पायी है. महेश्वर सिंह मामले में पीएलएफआइ के हाथ की भी आशंका जतायी जा रही है और जमीन विवाद के कारण भी. हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी मामलों के आरोपी जेल में होंगे.
केस – एक
10 जनवरी को हरिहर सिंह रोड में एक महिला की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. महिला के पति शेख जिआउल ने इस मामले में अमान उर्फ टीपू, खालिद खान, मोजिब अली व बिलाल खान के खिलाफ बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्या का मुख्य आरोपी अमान खुलेआम घुम रहा है. वह जिआउल को केस उठाने के लिए धमकी भी दे रहा है. जिलाउल ने बरियातू पुलिस को इस संबंध में कई बार सूचना दी. वहीं उसकी गिरफ्तारी को लेकर कोर्ट में आवेदन भी दिया. मामला अभी कोर्ट में लंबित है. बताया जाता है कि इस केस के आरोपी मुजीब अली और बिलाल खान ने पिठोरिया में जावेद की हुई हत्या के मामले में सरेंडर किया है.
केस – दो
आठ जून को हटिया चौक पर जमीन कारोबारी आदित्य राम की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. घटना को तीन अपराधियों ने अंजाम दिया था. इस मामले में भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. आदित्य के साथ छोटू को भी गोली लगी थी. लोगों का कहना है कि यदि पुलिस उससे अपराधियों के बारे में पूछताछ करती, तो जरूर सफलता मिलती. प्राथमिकी में हरमू निवासी मनोज चंद्रा को अभियुक्त बनाया गया है. मनोज चंद्रा की पत्नी ने हत्या में अपने पति के हाथ होने को सिरे से नकार दिया है. इस बारे में डीजीपी को ज्ञापन सौंप कर सीआइडी जांच की मांग की गयी है.