रांची: झारखंड विधानसभा भंग करने की मांग को लेकर भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलेगा. इस मुद्दे को लेकर भाजपा सड़क पर भी उतरेगी. रविवार को प्रदेश भाजपा विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया. पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा विधायक दल के नेता अजरुन मुंडा ने कहा कि विधानसभा भंग नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य के कई दलों ने विधानसभा को भंग करने की मांग की है. राज्यपाल यह बता कर विधानसभा भंग नहीं कर रहे हैं कि कुछ दल सरकार बनाना चाहते हैं.
राज्यपाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि कब और किस दल ने सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया था. सूचना है कि चार माह पहले इस प्रकार का प्रस्ताव दिया गया था. लेकिन अब तक दावा नहीं किया जा रहा है. इसका साफ मतलब है कि जनता को धोखा देने की कोशिश की जा रही है. लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है.
श्री मुंडा ने बताया कि बैठक में राज्य की विधि व्यवस्था में आयी गिरावट पर भी चिंता जतायी गयी. पदाधिकारियों के तबादले में राजनीतिक हस्तक्षेप किया जा रहा है, जबकि राष्ट्रपति शासन में पूरी व्यवस्था गैर राजनैतिक होनी चाहिए. कई बड़े मामलों की जांच से जुड़े अफसरों का तबादला किया जा रहा है. कार्यसमिति की बैठक 22 व 23 को : भाजपा कार्यसमिति की बैठक 22 और 23 जून को धनबाद में होगी. इसमें आंदोलन की रणनीति तय की जायेगी.