प्रकाश पर्व दीपावली आज, मां लक्ष्मी-गणेश से करेंगे समृद्धि की कामना रात : 03.02 बजे तक अमावस्या लाइफ रिपोर्टर @ रांचीआज दीपों से सभी के घर-आंगन रोशन होंगे. गुरुवार को दीपावली पड़ने से इसे काफी शुभ माना जा रहा है. इसी दिन काली पूजा और स्नान दान की अमावस्या है. रात 3.02 बजे तक अमावस्या है. दीपावली के दिन स्थिर लग्न वृष व प्रदोष काल में पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. इस समय पूजा का ज्योतिष्य व धार्मिक महत्व है. वृष लग्न शाम 7.02 से 8.57 बजे तक है. इस बार वृष लग्न के साथ अमृत व चल औघडि़या मुहूर्त भी मिल रहा है. इसे शुभ माना जा रहा है. वृश्चिक व सिंह लग्न को भी स्थिर लग्न माना गया है. डॉ सुनील बर्म्मन ने कहा कि प्रात: 8.16 से 10.32 और सिंह लग्न रात 1.30 से 3.43 बजे तक है. गुरुवार को रात में सूर्यग्रहण भी है, जो भारत में नहीं दिखेगा. ग्रहण भारतीय समय अनुसार रात 1.08 से प्रात: 5.22 बजे तक रहेगा. यह उत्तरी अमेरिका, मेक्सिको व रूस में दृश्यमान है. वाराणसी पंचांग के अनुसार शाम 5.39 बजे व स्थानीय समय के अनुसार शाम 5.50 बजे सूर्यास्त है. चौथे दिन 24 को गोवर्धन पूजा व अन्न कूट है.रात 3.12 बजे तक प्रतिपदा है. इस दिन प्रीति योगा रहेगा. अंतिम दिन 25 को यम द्वितिया,भाई दूज व चित्रगुप्त पूजा है. ………………………………………….किस राशि वाले जातक कैसे पूजा करें ज्योतिष अमिताभ कश्यप के अनुसार मेष राशि : इस राशि के जातक दीपावली की शाम लाल चंदन और केसर के साथ देवी का पूजन करें. यह दीपावली आपके लिए अति शुभ है. इस शुभता को बढ़ाने के लिए दीपावली के दिन पीले आसन पर बैठ कर पूजा करना श्रेष्ठ होगा. इस राशि के जातक दीपावली की रात कमलगट्टे की माला से ऊँ ऐं क्लीं सौ: मंत्र का जाप करें. वृषभ : शाम में गाय के घी से निर्मित ज्योत जलायें और लक्ष्मी पूजन के समय कमलगट्टे की माला लक्ष्मी जी को अर्पित करें. ऐसा करने से धन लाभ के योग बनेंगे व सुख की प्राप्ति होगी. सफलता मिलेगी. प्रतिकूलता के नाश लिए दीपावली को ऊं दुं दुर्गायै नम: मंत्र का 51 माला जप करें. मिथुन : यदि आप कर्ज से परेशान हैं, तो लक्ष्मी पूजन के बाद गणेशजी की प्रतिमा को हल्दी की माला अथवा उसके लेप से बनी माला पहनायें. लक्ष्मी पूजन के समय जटायुक्त नारियल का उपयोग करें और माता को यह नारियल अर्पित करें. ऐसा करने से मनोकामना पूर्ण होती है. दीपावली के अगले दिन आपकी पत्नी स्नान करके माता लक्ष्मी से अपने घर में निवास करने की प्रार्थना करते हुए सुहाग सामग्री से श्रृंगार करेंगी, तो माता लक्ष्मी आप पर पूरे वर्ष मेहरबान रहेगी. कर्क : दीपावली की शाम के बाद घर के मुख्य दरवाजे पर गाय के घी का दीपक जला कर रखें. यह पर्व ढेर सारी खुशखबरी देगा. वाणी पर संयम रखें. सफेद रंग का आसन पूजा के समय प्रयोग किया जाना चाहिए. उत्तम सेहत के लिए इस मंत्र की 51 माला जप करें ऊं श्रद्घायै नम:. सिंह : धन लाभ की अभिलाषा है, तो दीपावली के दिन शाम के समय तुलसी के वृक्ष के नीचे तेल का पंचमुखी दीपक जलायें. भगवान विष्णु को पीले रंग का झंडा अर्पित करें़ इससे भाग्य में वृद्घि होगी और कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी. सिंह राशि वाले ऊं ह्ीं श्रीं सौं: मंत्र का जाप करें. जमीन-जायदाद-मकान हर क्षेत्र में खुशी मिलेगी. कन्या : दीपावली की शाम स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें, ऊं श्रीं एं सौं :. दीपावली की रात लाल रूमाल में सिक्के बांधकर अपने गल्ले अथवा तिजोरी में रखें. धन का लाभ होगा. इस दिन आपकी हर मनोकामना पूरी होने का शुभ योग है. कन्या राशि के लोगों को हरा ऊनी आसन पूजन में उपयोग करना चाहिए. पूजा के समय श्री यंत्र का पूजन व लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. तुला : दीपावली की शाम घर के प्रत्येक कोने में 5 मुठ्ठी गेहूं रखें और इसके ऊपर दीप जलायें. जप करें ऊं श्री राज लक्ष्म्यै नम:. तुला राशि वाले किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर 11 नारियल अर्पित करें. तुला राशि के लिए लक्ष्मी नारायण की साधना विशेष फल देने वाली है. ऐसा करने से आपके व्यवसाय में लाभ होगा.आपकी राशि के लिए शुभ है. वृश्चिक : दीपावली की शाम स्फटिक या कमलगट्टे की माला से ऊं श्रीं एं सौं इस मंत्र का जाप करें. यह पर्व आपके जीवन में कई नये अनुभव लेकर आ रहा है. धन प्राप्ति के लिए दीपावली की रात आठ बजे के बाद नारियल के कठोर आवरण (नारियल को निकालकर उसके खोल में ) घी डालकर लक्ष्मीजी के समक्ष दीपक जलाये. इससे दांपत्य जीवन में मधुरता आयेगी. यह पर्व आपके जीवन के हर संकट को हरने आ रही है. धनु : जातकों को माता लक्ष्मी को पान का पत्ता भेंट करना चाहिए. पान के पत्ते पर रोली से लक्ष्मी मंत्र लिखकर उसे मां लक्ष्मी को अर्पित करने से सुख व सौभाग्य की प्राप्ति होती है. साधक के भय और विघ्न नष्ट हो जाते हैं. घर का सपना अधूरा है तो इस दीपावली में अपने हाथ से मिट्टी का एक घरौंदा बनायें. उसमें मुरमुरे, बताशे, लड्डू रखकर गणेश लक्ष्मी की पूजा करें और प्रार्थना करें कि आपका अपना घर हो. जमीन-जायदाद-मकान हर क्षेत्र में एक विशेष खुशी मिलेगी. इस मंत्र का जप दीपावली को अनुकूल बनाएगा ऊं लक्ष्म्यै नम:. मकर : यदि विवाह में बाधा आ रही है, तो दीपावली के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीला वस्त्र, पीली मिठाई अर्पित करें. मकर राशि के जातकों को दीपावली वाले के दिन पूजन के बाद श्री फल को लाल वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रखना चाहिए. इससे यश, सुख, समृद्घि, वैभव, कीर्ति, खुशी में वृद्धि होगी. इस दीपावली इतनी सारी शुभता आपसे मिलने आ रही हैं. कुंभ : दीपावली वाले दिन देवी का जागरण करना चाहिए और गणेश जी को हल्दी चूर्ण अर्पित करना चाहिए. यदि परिवार में अशांति है, तो दीपावली की रात मां लक्ष्मी जी को कमल का पुष्प(लाल फूल)अर्पित करना चाहिए. साथ ही श्री सुक्त का पाठ तथा लक्ष्मी मंत्र जाप करना चाहिए. लक्ष्मी जी की उपासना श्रेष्ठ फल प्रदान करती है. खीर बनाकर मां लक्ष्मी को भोग लगायें. दीपावली की रात तीन कमलगट्टे, तीन कौड़ी, एक साबुत सुपारी लाल कपड़े में लपेटकर घर में धन रखने के स्थान में रखें. मीन : लक्ष्मी नारायण के मंदिर अथवा समीप स्थित देवी अथवा माता के मंदिर में सुगंधित धूप और अगरबत्ती का दान करना चाहिए. यदि आपको शत्रु पक्ष से परेशानी है, तो किसी मंदिर में कमल अथवा अन्य फूल, नारियल, सफेद मिठाई चढ़ायें. दीपावली की रात में गणेश लक्ष्मी की पूजा करने के बाद स्फटिक माला लेकर 108 बार ऊं एं ह्रीं क्लीं सौ: मंत्र का जाप करें. ……………………………………कौन लग्न कब प्रवेश करेगा तुला : प्रात : 06.01 – 08.15 से, वृश्चिक : प्रात: 08.16 से 10.32 , धनु : दिन के 10.35 से 12.38 ,मकर: दिन के 12.29 से 3.56, कुंभ : दिन के 12.26 से 3.56 , मीन: दिन के 3.57 से 5.24 , मेष : शाम 05.25 से 07.01 , वृष : शाम 7.02 से 8.57, मिथुन : रात 8.58 से 11.11 ,कर्क : रात 11.12 से 1.29, सिंह : रात 1.30 से 3.43, कन्या : रात 3.44 से प्रात: 5.56 बजे तक . ………………………….दीपावली के दिन कितने बजे क्या होगा सूर्योदय: सूर्योदय : 05.49 . सूर्यास्त : शाम 5.18 बजे. ऐसा करना कल्याणकारी होगाप्रदोष काल में मंदिर में दीपदान, रंगोली और पूजा से जुड़ी अन्य तैयारी इस समय पर कर लेनी चाहिए. इसी समय पर संपन्न करना शुभ माना जाता है. द्वार पर स्वास्तिक और शुभ लाभ लिखने का कार्य इस मुहूर्त समय पर किया जा सकता है. उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम दिशाओं को दर्शाती स्वास्तिक की चार भुजाएं, ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास आश्रमों का प्रतीक माना गया है. यह चिह्न केसर, हल्दी, या सिंदूर से बनाया जाता है. लक्ष्मी पूजन के स्थान तथा प्रवेश द्वार व आंगन में रंगों के संयोजन द्वारा धार्मिक चिह्न कमल, स्वास्तिक कलश, फूलपत्ती आदि अंकित कर रंगोली बनायी जाती है. लक्ष्मीजी रंगोली की ओर जल्दी आकर्षित होती हैं. मुहूर्त समय में धर्मस्थलों पर दान करना कल्याणकारी होगा. ………………………..जातक कब करें वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर व कुंभ : वृष लग्न में .सिंह, कर्क, मेष, कन्या, मिथुन, वृश्चिक, मीन, धनु : सिंह लग्न में………………..पूजन सामग्री प्रतिमा अथवा तसवीर. पान,कसैली, लौंग, इलायची, धूप, अगरबत्ती,सिक्के, आम के पल्लव,अक्षत (टूटा हुआ न हो), दूध, दही, मधु, कलश, दिया, यज्ञोपवित्र, कलम, दवात, कागज, सप्तमृतिका, सप्तधान, पंच पल्लव (बड़, गुलर, पीपल, आम व पाकर, शर्करा, लाल सहित अन्य वस्त्र, साबूत हल्दी, मौली, चंदन, अबीर-गुलाल, कपूर, घी, नारियल, कच्चा नारियल, खील-बतासा, मिठाई, खीर, रूई, बत्ती, पूजा के बरतन, आसन, पंचमेवा, सुगंध, सिंदूर,रोड़ी, वस्त्र सहित आदि. दीप : दीपावली के दिन पूजा घर का दीप रात भर जलते रहना चाहिए. यह काफी शुभ माना जाता है. पुष्प : कमल, गेंदा, गुलाब सहित अन्य सुंगधित पुष्प. फल : ऋृतु फल ………………………वर्ष 2015 में 11 नवंबर (बुधवार) को दीपावली है. वर्ष 2017 में पुन: गुरुवार के दिन दीपावली मनाया जायेगा. इसके अलावा चार नवंबर 2021 व 24 अक्तूबर 2041 गुरुवार को भी दीपावली है. दीपावली के दिन भगवान महावीर का निर्वाण दिवस, स्वामी रामतीर्थ का जन्म व निर्वाण दिवस और स्वामी दयानंद का निर्वाण दिवस भी है.
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दीपों से रोशन घर-आंगन
प्रकाश पर्व दीपावली आज, मां लक्ष्मी-गणेश से करेंगे समृद्धि की कामना रात : 03.02 बजे तक अमावस्या लाइफ रिपोर्टर @ रांचीआज दीपों से सभी के घर-आंगन रोशन होंगे. गुरुवार को दीपावली पड़ने से इसे काफी शुभ माना जा रहा है. इसी दिन काली पूजा और स्नान दान की अमावस्या है. रात 3.02 बजे तक अमावस्या […]
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