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एनडीए, एनए: प्रैक्टिस पर दें ज्यादा जोर

लाइफ रिपोर्टर @ रांची यूपीएससी के द्वारा साल में दो बार सेना में क्लास वन ऑफिसर बनने के मौके एनडीए व एनए के माध्यम से दिया जाता है. यह मौका अप्रैल-मई और अक्तूबर- नवंबर में मिलता है. पहली बार मंगाये गये आवेदन की लिखित परीक्षा अप्रैल-मई में होेती है. दूसरे अवसर के मौके की परीक्षा […]

लाइफ रिपोर्टर @ रांची यूपीएससी के द्वारा साल में दो बार सेना में क्लास वन ऑफिसर बनने के मौके एनडीए व एनए के माध्यम से दिया जाता है. यह मौका अप्रैल-मई और अक्तूबर- नवंबर में मिलता है. पहली बार मंगाये गये आवेदन की लिखित परीक्षा अप्रैल-मई में होेती है. दूसरे अवसर के मौके की परीक्षा सितंबर-अक्तूबर में होती है. 29 सितंबर को एनडीए व एनए द्वितीय की परीक्षा आयोजित होगी. वैसे छात्र जो पहले अवसर में सफलता नहीं प्राप्त कर पाये, वे इस बार मेहनत और सुनियोजित तरीके से तैयारी कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं. 20 एसएसबी भोपाल के पूर्व वरीय मनोवैज्ञानिक कर्नल आरए प्रसाद कहते हैं कि अब परीक्षा में मात्र 25 दिनों का समय बचा है. ऐसे में निरंतर व समय को ध्यान में रखते हुए की गयी तैयारी ही सफलता दिलायेगी. सफलता के पांच सूत्र बेसिक को करें क्लियर : एनडीए व एनएन की ही परीक्षा नहीं बल्कि किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता पाने के लिए बेसिक्स को क्लियर करना जरूरी होता है. परीक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि अभ्यर्थी यदि कांसेप्ट क्लियर कर लेता है, तो परीक्षा पास ही कर लेगा. वह परीक्षा में अधिकतम सवालों को हल कर पायेगा. चूंकि परीक्षा में मात्र 25 दिन रह गये हैं, ऐसे में छात्र उन विषयों पर तो ध्यान दें जिनपर उनकी कमांड हो. साथ ही साथ उन सवालों को भी हल करने का प्रयास करें, जो उन्हें कठिन लगते हैं. अपने मजबूत पक्ष को समझें: इस परीक्षा में सफलता के लिए छात्र को उनके मजबूत पक्ष की जानकारी का होना आवश्यक है. इस बात का निर्णय छात्र ही करें कि परीक्षा के सिलेबस के कौन से हिस्से में उनकी पकड़ अच्छी है. ऐसा होने से छात्र के अंदर सवालों को हल करने और परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के प्रति आत्मविश्वास बढ़ेगा. सिलेबस और परीक्षा पैटर्न समझें: तैयारी के अंतिम चरण में एक बार सिलेबस और परीक्षा पैटर्न पर भी ध्यान देना आवश्यक है. ऐसा करने से आप तैयारी में रह गयी कमी को पूरा कर पायेंगे. साथ ही यह उन छात्रों के लिए मददगार होगा, जो पहली बार तैयारी कर रहे हैं. इससे उन्हें यह समझने में सुविधा होगी की किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं और उनकी तैयारी कैसे करनी है. अंगरेजी पर बनाये मजबूत पकड़: परीक्षा विशेषज्ञ कर्नल प्रसाद बताते हैं कि सेना में ऐसा नहीं है कि हिंदी नहीं चलती, लेकिन बिना अंगरेजी की अच्छी जानकारी के क्लास वन श्रेणी के अफसर के रूप में गुजारा नहीं है. अत: अंगरेजी पर छात्रों की मजबूत पकड़ हो यह अनिवार्य होता है. परीक्षा में चूंकि अंगरेजी 200 अंकों की होती है, इसलिए आपको कांप्रिहेंसन, वर्ड पावर, फ्रेज जैसे पार्ट पर मजबूत पकड़ अवश्य बनानी चाहिए. इसकी तैयारी के लिए अंगरेजी न्यूज पेपर के साथ अंगरेजी मैगजीन पढ़ें. इससे दो बातें होंगी. एक तो आपकी अंगरेजी ठीक होगी. साथ ही जेनरल अवेयरनेस कास सिलेबस भी पूरा होगा. हर दिन एक कांप्रिहेंसन पैसेज जरूर बनायें. प्रैक्टिस अलॉट: एनडीए व एनए की परीक्षा का सिलेबस 12 वीं पैटर्न पर आधारित होता है. वैसे छात्र जो अंतिम वर्ष में भी हैं वे अपनी 12 वीं की तैयारी के अलावा थोड़ा अतिरिक्त समय निकाल कर सिलेबस पर ध्यान दें, तो सफलता प्राप्त किया जा सकता है. तैयारी के लिए वैसे तो बाजार में कई तरह के गाइड व किताबें उपलब्ध हैं, लेकिन इन सबके इतर छात्र बीते दस सालों में पूछे गये सवालों को हल करें. ये सवाल यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध होते हैं. ऐसा होता है सिलेबसलिखित परीक्षा के कुल अंक: 900पत्रसमयसवालअंकगणित150 मिनट120300जेनरल एबिलिटी 150 मिनट150600(अंगरेजी: 200)(जेनरल ऐबिलीटी: 400)कर्नल आरए प्रसाद(पूर्व वरीय मनोवैज्ञानिक, 20 एसएसबी भोपाल): अभी अभ्यर्थियों को नया विषय पढ़ना छोड़कर अपना अधिकतम समय व ध्यान प्रैक्टिस पर देना चाहिए. परीक्षा के दौरान वैसे सवाल को हल करने से बचना चाहिए, जिनके जवाब में वे श्योर नहीं हैं. क्योंकि परीक्षा में नकारात्मक अंक का भी प्रावधान होता है.

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