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रांची : केबल कटने से शहर के बड़े इलाके में सेवाएं ठप

नाली निर्माण के दौरान हुआ क्षतिग्रस्त रांची : नगर निगम की लापरवाही से जैन मंदिर के पास नाली निर्माण के दौरान बीएसएनएल का ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) कट गया. 20 नवंबर को ही केबल क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे अभी तक पूरी तरह दुरुस्त नहीं किया जा सका है. इस कारण संचार सेवा सोमवार को भी […]

नाली निर्माण के दौरान हुआ क्षतिग्रस्त
रांची : नगर निगम की लापरवाही से जैन मंदिर के पास नाली निर्माण के दौरान बीएसएनएल का ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) कट गया. 20 नवंबर को ही केबल क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसे अभी तक पूरी तरह दुरुस्त नहीं किया जा सका है. इस कारण संचार सेवा सोमवार को भी पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी है. नेटवर्क नहीं होने के कारण आसपास के लोगों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को परेशानी हो रही है. केबल कटने से सरकारी व निजी दफ्तरों के कामकाज पर भी व्यापक असर पड़ा है.
इलाके के बैंकों ने वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल कर किसी तरह से काम चलाया. इस लाइन से जुड़े सैकड़ों ब्रॉडबैंड कनेक्शन हैं. नेटवर्क ठप होने से एसबीआइ, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, बीटीएस टावर, लालपुर, अपर बाजार, कचहरी व थड़पखना के उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. शहर के इस क्षेत्र में बीएसएनएल के 2000 से ज्यादा कनेक्शन हैं. हालांकि राहत की बात यह रही कि 600 से 700 वर्किंग केबल ही इसके दायरे में आये. इनमें करीब 1600 यूजलेश पेयर हैं.
बैंक से लेकर आम लोगों को हुई परेशानी
नाली की खुदाई के दौरान ओएफसी क्षतिग्रस्त होने से उपभोक्ताओं की फाइबर टू होम सर्विस शो पीस बनकर रह गयी. शुरुआत में तो लोग कुछ समझ नहीं पाये, लेकिन जब काफी समय तक ब्रॉडबैंड नेटवर्क नहीं आया, तो लोगों को पता चला कि ओएफसी कट गया है. सीयूजी नंबर बंद होने से सबसे अधिक परेशानी डीसी, एसपी, सीबीआइ, कचहरी इलाके में कार्यरत सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को हुई.
खुदाई कार्य के दौरान कर्मचारी केबल लाइनों का ध्यान नहीं रखते हैं. इस कारण आये दिन केबल कटने से उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है. निगम के निर्माण कार्य के चलते ओएफसी बंच केबल कट गया है. इसके कुछ हिस्से को दुरुस्त कर लिया गया है. पूरी तरह से लाइन को ठीक होने में एक-दो दिन का वक्त और लग सकता है.
अजय कुमार, एसडीओ सेंट्रल, बीएसएनएल
खुदाई के दौरान बीएसएनएल के अधिकारियों को सूचना देनी चाहिए, ताकि खुदाई कार्य के दौरान कंपनी के कर्मचारी मौके पर मौजूद रहें. राजधानी में निगम, गेल और जेबीवीएनएल द्वारा खुदाई का कार्य किया जा रहा है. संबंधित विभाग के कर्मचारी, अधिकारी और ठेकेदार बिना किसी पूर्व सूचना के अप्रशिक्षित मजदूरों से खुदाई कराते हैं. इसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है.
संजय कुमार सिंह, डिवीजनल इंजीनियर, ट्रांसमिशन एंड मोबाइल

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