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रांची : कांग्रेसी अरुण व सुखदेव भगत जा सकते हैं भाजपा में

जल्द ही दिल्ली में दोनों नेता भाजपा में हो सकते हैं शामिल अरुण उरांव ने प्रभारी ओम माथुर व सीएम से की है मुलाकात सुखदेव की भी भाजपा खेमा से बढ़ी है बात रांची : विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में दलों के बीच सेंधमारी की तैयारी चल रही है. प्रदेश कांग्रेस के […]

जल्द ही दिल्ली में दोनों नेता भाजपा में हो सकते हैं शामिल
अरुण उरांव ने प्रभारी ओम माथुर व सीएम से की है मुलाकात
सुखदेव की भी भाजपा खेमा से बढ़ी है बात
रांची : विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में दलों के बीच सेंधमारी की तैयारी चल रही है. प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता पाला बदल सकते हैं. कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत और कांग्रेस के छत्तीसगढ़ के प्रभारी रहे डॉ अरुण उरांव भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
सूचना के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस इन दोनों नेताओं को दिल्ली में भाजपा के आला नेताओं के समक्ष शामिल किया जा सकता है. सूचना है कि पिछले दिनों झारखंड दौरे पर आये भाजपा के विधानसभा प्रभारी ओम माथुर से कांग्रेस नेता अरुण उरांव की गुप्त मुलाकात हुई है.
श्री उरांव ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी मुलाकात की है. विधायक सुखदेव भगत की इन दिनों मुख्यमंत्री श्री दास से नजदीकी बढ़ी है. श्री भगत भाजपा के आला नेताओं के भी संपर्क में हैं. भाजपा को भी लोहरदगा विधानसभा में मजबूत दावेदार की जरूरत है.
भाजपा श्री भगत जैसे आदिवासी चेहरे को अपने साथ लाकर इस इलाके में आदिवासी वोट बैंक की गोलबंदी का रास्ता तलाश रही है. इधर, कांग्रेस में रामेश्वर उरांव के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद समीकरण बदल रहे है़ं कांग्रेस के आला नेताओं की बीच नाराजगी बढ़ी है और सेंधमारी में भाजपा का रास्ता आसान हो रहा है़
कांग्रेस के अंदरखाने बढ़ी है बेचैनी : सुखदेव भगत और अरुण उरांव के भाजपा में जाने की चर्चा के बीच कांग्रेस के अंदरखाने में बेचैनी बढ़ी है़ कांग्रेस नेताओं के बीच भी इन दोनों नेताओं के भाजपा में जाने की चर्चा जोरों पर है.
दोनों ही नेताओं ने रामेश्वर उरांव के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी से दूरी बढ़ा ली है. पार्टी के कार्यक्रम में ये नेता शामिल नहीं हो रहे है़ं उल्लेखनीय है कि सुखदेव भगत ने कांग्रेस के टिकट पर लोहरदगा से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. चुनाव मेें शिकस्त मिलने के बाद श्री भगत ने केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष चुनाव के दौरान रामेश्वर उरांव की विरोधी गतिविधियों की जानकारी दी थी. श्री भगत की नाराजगी की वजह भी यही है कि केंद्रीय नेतृत्व से शिकायत के बाद भी रामेश्वर उरांव को अध्यक्ष बनाया गया़ इससे सुखदेव भगत नाराज चल रहे हैं.
भाजपा नेता आेम माथुर से मुलाकात पर अरुण उरांव बोले : आप पत्रकार हैं, खबर निकालइये आप पत्रकार हैं, खबर निकालइये (भाजपा नेता ओम माथुर से मुलाकात के सवाल को टालते हुए). चुनाव का मौसम है़ आप ही बताइये न कि छत्तीसगढ़ के पुनिया जी को प्रभारी बनाया गया है क्या?
अरुण उरांव, कांग्रेस नेता

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