झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर बतायी त्रुटि
रांची : झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा है कि शिक्षक बहाली के लिए सरकार ने गलत प्रक्रिया अपनायी है. सरकार ने आनन-फानन में नियम बना कर झारखंड के बेरोजगारों को धोखा देने का काम किया है.
इससे ना तो सरकार की रिक्तियां भर पायेगी और ना ही प्रशिक्षित बेरोजगारों को नौकरी मिल पायेगी. सरकार प्राथमिक शिक्षक बहाली का नियमावली में अविलंब संशोधन करे नहीं, तो पार्टी आंदोलन करेगी. शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में श्री यादव पत्रकारों से बात कर रहे थे.
तीन को पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे : उन्होंने बताया कि नियम में संशोधन नहीं हुआ, तो तीन अगस्त को पार्टी कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे. चार अगस्त को विधानसभा का घेराव किया जायेगा. श्री यादव ने इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर शिक्षक नियुक्ति की त्रुटियां भी गिनायी है.
विधायक दल के नेता श्री यादव ने कहा कि मेधा सूची बनाने के लिए मैट्रिक, इंटर और प्रशिक्षण परीक्षा का औसत मेधा अंक होगा. शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांक (टेट) को सबसे कम महत्व दिया गया है. सरकार की यह नीति झारखंड बोर्ड के छात्रों के साथ धोखा है.
श्री यादव ने कहा कि टेट पास एक छात्र ने कई जिलों में आवेदन कर दिया है. प्रतीक्षा सूची नहीं बनाने की बात कही गयी है. ऐसे में एक छात्र कई जिलों की मेधा सूची में रहेगा, जबकि वह एक ही जिले में नियुक्त किया जायेगा. बाकी जगह खाली रह जायेगी. ऐसे में कई छात्र नियुक्ति से वंचित रहेंगे और रिक्तियां भी यथावत रहेगी. उन्होंने कहा कि उर्दू शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया भी अव्यावहारिक है. 50 प्रतिशत सीट आरक्षित हैं, जबकि एसटी,एससी, ओबीसी व सामान्य कोटी के छात्र उर्दू भाषा में उत्तीर्ण नहीं हो रहे हैं. उर्दू शिक्षकों का पद खाली रह गया है, ऐसे में इसे अनारक्षित कोटे से भरा जाये.