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लोगों में बढ़ रहा है विदेश जाने का क्रेज, झारखंड में प्रतिदिन औसतन 280 लोग बनवा रहे हैं पासपोर्ट
राजेश झा साल भर में एक लाख से अधिक लोगों ने बनवाया पासपोर्ट रांची : राज्य के लोगों में विदेश जाने का क्रेज लगातार बढ़ा रहा है. छात्र-छात्राएं बेहतर शिक्षा के लिए पासपोर्ट बनवा रहे हैं. वहीं, विदेशों में सैर-सपाटे के लिए भी लोग पासपोर्ट बनवा रहे हैं. झारखंड में आैसतन प्रतिदिन 280 लोग पासपोर्ट […]
राजेश झा
साल भर में एक लाख से अधिक लोगों ने बनवाया पासपोर्ट
रांची : राज्य के लोगों में विदेश जाने का क्रेज लगातार बढ़ा रहा है. छात्र-छात्राएं बेहतर शिक्षा के लिए पासपोर्ट बनवा रहे हैं. वहीं, विदेशों में सैर-सपाटे के लिए भी लोग पासपोर्ट बनवा रहे हैं. झारखंड में आैसतन प्रतिदिन 280 लोग पासपोर्ट बनवा रहे हैं. राज्य में गत एक साल में एक लाख दो सौ पचासी से अधिक पासपोर्ट जारी किये गये. इसमें पुरुषों की संख्या 60 प्रतिशत व महिलाओं की संख्या 40 प्रतिशत है.
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय रांची से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2018 में पासपोर्ट बनाने के लिए कुल 1.10 लाख आवेदन प्राप्त हुए. इसमें से एक लाख 285 पासपोर्ट जारी किये गये.
वहीं, सात जिलाें में खोले गये पोस्ट ऑफिस सेवा केंद्र से 45 हजार पासपोर्ट जारी किये गये. वर्ष 2017 में पासपोर्ट बनाने के लिए कुल 98000 आवेदन प्राप्त हुए थे. इसमें से 96507 पासपोर्ट जारी किये गये. वहीं वर्ष 2016 में 78500 पासपोर्ट जारी किये गये थे.
पुलिस वेरिफिकेशन में गोड्डा सबसे पीछे : पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने के मामले में गोड्डा सबसे पीछे है. 2018 में जारी पासपोर्ट में धनबाद जिले से सबसे कम सात दिनों में पासपोर्ट कार्यालय को पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट प्राप्त हुई. वहीं, गोड्डा का औसत 41 दिन का रहा.
राजधानी रांची से पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट औसतन 17 दिनों का रहा. अधिकारी ने बताया कि पूरे जिलेमें औसतन अभी 17 दिनों में पुलिस वेरिफिकेशन का रिपोर्ट मिलती है. जबकि, पासपोर्ट कार्यालय के औसतन पुलिस रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर भेजने के लिए निर्धारित किया है.
तय है 1500 रुपये शुल्क : सबसे पहले आवेदक को ऑनलाइन फार्म भरना होता है. फार्म भरने के साथ ही तिथि मिलती है. तय तिथि में आवेदक को पासपोर्ट सेवा केंद्र आकर दस्तावेज सत्यापन सहित पूरी प्रक्रिया करनी पड़ती है. इसके बाद आवेदक का सत्यापन करने के लिए दिये गये प्रमाणपत्र पुलिस सत्यापन के लिए संबंधित पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भेजा जाता है.
संबंधित थाने की पुलिस आवेदक की पुलिस रिपोर्ट तैयार करती है. यह कार्रवाई पूरी होने पर पासपोर्ट तैयार कर संबंधित आवेदक को डाक के माध्यम से भेजा जाता है. पासपोर्ट बनाने के लिए 1500 रुपये शुल्क निर्धारित है, जो ऑनलाइन जमा करना पड़ता है. यदि आवेदक 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देता है, तो उन्हें पासपोर्ट आवेदन की हर स्टेज की जानकारी एसएमएस से दिया जाता है.
धनबाद, बोकारो व दुमका हुआ ऑनलाइन : राज्य में सात जगहों पर खुले पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र में से धनबाद, बोकारो व दुमका ऑनलाइन हो गये है.
यहां पहले कैंप मोड़ में ऑफिस चलता था. इस कारण आवेदकों द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र को स्कैन करके कुरियर के माध्यम से रांची स्थिति क्षेत्रीय कार्यालय भेजा जाता था. जिसमें समय के साथ कागज की भी बर्बादी होती थी. ऑनलाइन हाेने से अब पेपरलेस काम हो रहा है. जल्द ही बचे हुए चार अन्य जिलों के पाेस्ट ऑफिस सेवा केंद्र को ऑनलाइन किया जायेगा.
15.7 करोड़ से अधिक की हुई आय
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय रांची में पासपोर्ट संबंधित कार्य से वर्ष 2018 में कुल 15.7 करोड़ रुपये की आय हुई है. पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि 2017 में कुल 15 करोड़ रुपये की आय हुई थी. वहीं 2016 में 12 करोड़ की आय हुई थी.
राज्य में अधिक से अधिक लोग पासपोर्ट बनायें, इसके लिए सात जिलों में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया है. इसमें धनबाद, हजारीबाग, बोकारो, मेदिनीनगर, जमशेदपुर, देवघर व दुमका शामिल हैं. सेवा केंद्र खुलने से उक्त स्थानों पर रहने वाले लोगों को रांची नहीं पड़ता है.
गिरिडीह में खुला पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र
गिरिडीह में मुख्य डाकघर गांधी चौक में मंगलवार से पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र का शुभारंभ किया गया. इस बाबत पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि गुमला में भी पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र 10 दिनों के अंदर खुल जायेगा. सिमरिया व सिमडेगा में 15 फरवरी तक इसके बाद कोडरमा के झुमरीतिलैया, साहेबगंज व पश्चमि सिंहभूम में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला जायेगा.
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