रांची: माकपा की राज्य प्रभारी तथा पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा है कि भाजपा सरकार ने लोगों से अच्छे दिनों का वादा किया था, लेकिन अब बुरे दिनों की बात कही जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहने लगे हैं कि कठोर फैसले लेने होंगे. जब फैसला कठोर होगा, तो अच्छे दिन कैसे आयेंगे. श्रीमती करात मंगलवार को मेन रोड स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस से बात कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान देश में राजनीति और कॉरपोरेट का टॉक्सिक को-ऑर्डिनेशन दिखा. कॉरपोरेट के पैसे से मीडिया मैनेजमेंट हुआ. यही कारण है कि आज सदन में सबसे ज्यादा करोड़पति चुन कर आये. कांग्रेस शासन का भ्रष्टाचार और महंगाई एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना. इसका असर वामदल और क्षेत्रीय दलों पर पड़ा.
बंगाल में चलायेंगे अभियान
श्रीमती करात ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का आतंक है. इस कारण चुनाव के दौरान राज्य के 78 हजार बूथों में 20 हजार पर पार्टी का आतंक दिखा. पार्टी वहां खुद को खड़ा करने के लिए अभियान चलायेगी. अपनी संगठनात्मक और राजनीतिक कमजोरी को दूर करने का प्रयास करेंगे. जनता से संपर्क करने के लिए ठोस कदम उठायेंगे.उन्होंने राजस्थान में मजदूरों के अधिकार छीने जाने और नर्मदा डैम की ऊंचाई बढ़ाये जाने का विरोध किया. कहा कि इससे बड़े पैमाने पर लोग विस्थापित होंगे.
सचिव मंडल की बैठक हुई
माकपा राज्य सचिव मंडल की दो दिनी बैठक माकपा कार्यालय में हुई. इसमें पांच मुद्दों पर चर्चा हुई. राज्य सचिव गोपीकांत बख्शी ने बताया कि सरकार से डोमिसाइल के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया. पहले डोमिसाइल का प्रारूप सौंपने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली की समस्या गंभीर है. बैठक में आनेवाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई. कहा गया कि सभी वामपंथी दलों से तालमेल कर लड़ने का प्रयास किया जायेगा.
माधुरी लकड़ा को समर्थन : श्री बख्शी ने बताया कि मेयर चुनाव में माधुरी लकड़ा को समर्थन किया गया है. वह प्रगतिशील महिला हैं.