रांची : सदर अस्पताल में रात के वक्त मरीजों को इलाज नहीं मिलता. यहां की नर्सें भी मरीजों के परिजन से ढंग से पेश नहीं आती हैं. इसकी बानगी रविवार रात उस वक्त देखने को मिली जब चर्च रोड निवासी एक व्यक्ति अपने डेढ़ साल के बच्चे को लेकर यहां पहुंचा. इस व्यक्ति ने अस्पताल की लचर व्यवस्था की शिकायत नगर विकास मंत्री सीपी सिंह से की, तो वे खुद मौके पर पहुंच गये और बच्चे का इलाज कराया. अस्पताल की व्यवस्था से नाराज मंत्री ने कहा कि इमरजेंसी में डॉक्टर के अनुपस्थिति और नर्सों के रूखे व्यवहार की शिकायत वे स्वास्थ्य मंत्री से करेंगे.
चर्च रोड निवासी एक व्यक्ति के डेढ़ साल के बच्चे की तबीयत रविवार रात अचानक खराब हो गयी. परिजन रात आठ बजे उसे सदर अस्पताल ले आये. उन्होंने इमरजेंसी में मौजूद नर्स से डॉक्टर के बारे में जानकारी ली, लेकिन नर्स ने बताया कि डॉक्टर आॅपरेशन थियेटर में है. इसके बाद परिजन ने मंत्री सीपी सिंह को फोन कर इसकी जानकारी दी. मंत्री ने नर्स से बात कराने को कहा. मंत्री की बात सुनकर नर्स का पारा चढ़ गया. उसने कहा कि वह किसी मंत्री से बात नहीं करेगी.
मंत्री जी दूसरी ओर से फोन सारी बात सुन रहे थे. वे थोड़ी देर में ही सदर अस्पताल पहुंच गये. यहां उन्होंने नर्सों को फटकार लगायी. कहा : आप लोग मरीजों के साथ अमानवीय तरीके से पेश आते हैं. और तो और मंत्री की बात भी नहीं सुनते हैं. अापलोगों की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से की जायेगी.
सिविल सर्जन का फोन मिला स्विच ऑफ : मंत्री ने सदर अस्पताल से ही सिविल सर्जन डाॅ वीवी सिन्हा को फोन लगाया, लेकिन वह स्विच ऑफ मिला. इसके बाद उन्होंने हेल्प लाइन नंबर 104 पर फोन किया, लेकिन वहां बताया गया कि आपको बीमारी है, तो हम दवा बताया सकते हैं सिविल सर्जन का नंबर नहीं दे सकते हैं.इसी बीच डाॅक्टर भी वहां आ गये. उन्होंने बताया कि वह पुरानी बिल्डिंग स्थित अस्पताल में थे. एक ही डॉक्टर को दोनों जगह की जिम्मेदारी है.