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रांची : युवाओं के बल पर ही विश्व गुरु बनेगा भारत : जनरल सहगल
आइआइएम रांची में इंडक्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन रांची : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम), रांची में शनिवार को 2018-20 बैच के विद्यार्थियों के लिए के इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर आर्मी-एयरफोर्स डिफेंस कॉलेज के पूर्व प्रमुख मेजर जनरल पीके सहगल ने कहा कि एक दिन भारत विश्व गुरु बनेगा. इसके […]
आइआइएम रांची में इंडक्शन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
रांची : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम), रांची में शनिवार को 2018-20 बैच के विद्यार्थियों के लिए के इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस मौके पर आर्मी-एयरफोर्स डिफेंस कॉलेज के पूर्व प्रमुख मेजर जनरल पीके सहगल ने कहा कि एक दिन भारत विश्व गुरु बनेगा. इसके पीछे आप जैसे युवाओं की ताकत काम करेगी. युवाओं की बड़ी शक्ति ही इस देश की ताकत है. भारत में बौद्धिक शक्ति की कमी नहीं है. यह शक्ति दुनिया में अपना नाम रोशन कर रही है. जरूरत है देश में एक प्लेटफॉर्म तैयार करने की, जिससे कि भारत विश्व गुरु बन सके.
आज भी हमारा देश तकनीक के मामले में पीछे : मेजर जनरल सहगल ने कहा कि आज भी हमारा देश तकनीक के मामले में पीछे है. यहां के 12 करोड़ से अधिक लोग फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन यह यहां नहीं बनता है. आज भी हम विदेशों से मंगा रहे हैं. कोई भी टीवी यहां नहीं बनता है. इन चीजों को यहां बनाया जा सकता है.
विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया के कोने-कोने में नाम रोशन करने वाले युवाओं की ताकत को समझना होगा. भारत आज भी स्टैंड अप इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया की बात कह रहा है. इससे ऊपर उठ कर काम करने की जरूरत है. यह हमारे लोगों ने किया भी है. जिस वक्त दुनिया में सुपर कंप्यूटर की बात होती थी, उस वक्त पोखरण विस्फोट के समय हम लोगों ने सुपर कंप्यूटर से भी ज्यादा सक्षम कंप्यूटर तैयार किया था.
यहां के युवाओं को भी बदलना होगा : जनरल सहगल ने कहा कि युवाओं में क्रिएशन और इनोवेशन होना चाहिए. इंदिरा नूई, श्रीधरन जैसे लोगों ने अपनी क्षमता के बल पर ही दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायी. आज भारत का मेट्रो दुनिया के किसी भी देश के मेट्रो से अच्छा है. पहले दिन से यह कमाई कर रहा है. दूसरे देश में एेसा नहीं है.
एआर रहमान ने म्यूजिक की दुनिया में जो किया वह आसान नहीं है. इसके लिए युवाओं को अपने ऊपर विश्वास रखना होगा. कुछ कर दिखाने की इच्छा शक्ति पैदा करनी होगी. यह समझना होगा कि हम दुनिया में सबसे बेहतर हैं. हमारे देश के बड़े व्यापारियों ने छोटे-छोटे काम शुरू कर विश्व में अपनी पहचान बनायी है. धीरू भाई अंबानी, रामनाथ गोयनका, राय बहादुर ओबेराय जैसे लोगों से सीखने की जरूरत है. जिस तेजी से विश्व बदल रहा है, उसी तेजी से यहां के युवाओं को भी बदलना होगा.
लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पूरी मेहनत करें : निदेशक
अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो शैलेंद्र सिंह ने कहा कि इस सत्र में पीजीडीएम में 185 तथा पीजीडीएचआरएम में 65 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ है. पीजीडीएचआरएम में 23 राज्यों के विद्यार्थी हैं. एचआरएम में 17 राज्यों के विद्यार्थियों ने एडमिशन लिया है.
उन्होंने कहा कि जीवन का उद्देश्य खुश रहना है. कैसे दूसरों की सहायता कर सकें, यह हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पूरी मेहनत करनी चाहिए. हमारे लक्ष्य से ही देश का लक्ष्य पूरा होगा. हमारा लक्ष्य भी देश को विश्व गुरु बनाने का है. इसके रास्ते में जो परेशानी आयेगी, उसके लिए साहस से रास्ता निकलेगा. इस मौके पर सीएमपीडीअाइ के सीएमडी शेखर शरण ने भी अपनी बात रखी.
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