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मरीजों का इलाज हो कैसे सिल्ली अस्पताल खुद बीमार

सिल्ली : सिल्ली रेफरल अस्पताल इन दिनों खुद बीमार है. 1988 में बना इस अस्पताल का भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है. बरसात में अधिकतर कमरे की छतों से पानी रिसता है. हाल ही में प्रभारी चिकित्सक के कमरे की छत का प्लास्टर गिर गया था. गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं लगी. 30 […]

सिल्ली : सिल्ली रेफरल अस्पताल इन दिनों खुद बीमार है. 1988 में बना इस अस्पताल का भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है. बरसात में अधिकतर कमरे की छतों से पानी रिसता है. हाल ही में प्रभारी चिकित्सक के कमरे की छत का प्लास्टर गिर गया था.
गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं लगी. 30 बेड वाले रेफरल अस्पताल में बमुश्किल 20 बेड की ही व्यवस्था है. करीब दो सौ मरीजों के ओपीडी वाले इस अस्पताल में कर्मचारियों की भारी कमी है. यहां पांच डॉक्टर हैं पर शिशु रोग विशेषज्ञ एक भी नहीं है. सर्जन भी नहीं हैं. यही नहीं ड्रेसर व कंपाउंडर तक नहीं हैं. किसी दुर्घटना अथवा इमरजेंसी के वक्त चिकित्सकों अथवा अन्य कर्मचारी से काम चलाना पड़ता है. तकनीशियन के अभाव में ब्लड स्टोरेज मशीन बेकार पड़ी है. एक्स-रे मशीन काफी पुरानी हो चुकी है. यह अक्सर खराब रहती है.
पानी की भारी किल्लत : अस्पताल परिसर में पानी की भी व्यवस्था नहीं है. परिसर में कई बोरिंग कराये गये, लेकिन एक भी कारगर नहीं हुआ. अस्पताल परिसर के बाहर के एक चापाकल से पानी लाकर काम चलाया जाता है. जबकि अस्पताल को चलाने में प्रतिदिन करीब दो हजार लीटर पानी की जरूरत है.
जैसे-तैसे चल रहा काम
सभी प्रखंडों में सामुदायिक अस्पताल का भवन बन कर तैयार हो गया है, लेकिन सिल्ली में 30 साल पुराने जर्जर भवन में जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है. अॉपरेशन थियेटर के कमरे की हालत जर्जर हो गयी थी. सिल्ली व्यवसायी संघ के सहयोग से इसकी मरम्मत करायी गयी. इस पर करीब 25 हजार रुपये खर्च हुए. अस्पताल परिसर में पानी की व्यवस्था नहीं है, इसलिए बाहर से पानी लाना पड़ता है.
डॉ विद्यानंद चौधरी, प्रभारी चिकित्सक
ब्लड स्टोरेज फ्रिज का उपयोग ही नहीं : जरूरतमंदों को समय पर खून मिल सके, इसके लिए यहां सालों पहले ब्लड स्टोरेज फ्रिज आया था. लेकिन उक्त फ्रिज आज तक चालू नहीं हुआ. यह अब भी अस्पताल के एक कोने में धूल फांक रहा है. प्रभारी चिकित्सक ने बताया कि ब्लड स्टोरेज फ्रिज तो भेज दिया गया, लेकिन तकनीशियन आज तक नहीं भेजे गये. यहां बिजली की भी व्यवस्था ठीक नहीं है. इसलिए मशीन नहीं चल सकती.

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