रांची: डोरंडा स्थित जैप-1 मैदान में धूमधाम से भगवान बुद्ध की जयंती मनायी गयी. सुबह से ही मंदिर में बौद्ध धर्म के अनुयायी जुटने लगे थे. कतारबद्ध होकर पूजा-अर्चना की. दाजिर्लिंग से आये पुजारी तासी दोरजेलामा ने पूजा-अर्चना करायी. महिलाओं ने 108 छिमी (दीपक) जलाये.
मान्यता है कि शांति के लिए छिमी जलाया जाता है. विभिन्न रंग के 21 लुंगदार (ध्वजारोहण) किये गये. बौद्धिस्ट परिवार समिति के अध्यक्ष अजय लामा ने कहा कि जब ध्वज हिलता है, तो चारों दिशा में शांति फैलती है. दुख दूर हो जाता है. यह पृथ्वी पर सभी जीव को अच्छे कार्य के लिए मार्ग दर्शन करता है. इस अवसर पर भगवान बुद्ध को तोरमा (प्रसाद) अर्पित किया गया. शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
प्रभात फेरी में उमड़ी भीड़
सुबह 10.30 बजे प्रभात फेरी निकाली गयी. इसमें काफी संख्या में बौद्ध धर्म के अनुयायी शामिल हुए. दोपहर बाद खीर का वितरण किया गया. इस अवसर पर कमांडेंट कुलदीप त्रिवेदी, पेमन जिंबा, मनोज सेरपा, दिवाकर, जगदीश तामंग, दीपक, हेमलता, निरू, जयंती तामंग, सरस्वती तामंग, चंचला, किरण तामंग आदि.
लार्ड गौतम बुद्धा ट्रस्ट
लार्ड गौतम बुद्धा ट्रस्ट, कोकर रांची के तत्वावधान में सूर्योदय के पूर्व प्रभात फेरी निकाली गयी. अनुयायियों ने बुद्धं शरणं गच्छामि की प्रार्थना की. भगवान बुद्ध की मूर्ति की परिक्रमा की गयी. प्रसाद ग्रहण किया. बौद्ध धर्म के पंचशील के पांच सिद्धांत की जानकारी दी गयी. ट्रस्ट के संस्थापक भारत भूषण ने लोगों को अहिंसा की राह पर चलने का संदेश दिया. मौके पर अध्यक्ष सुनील कुमार, सचिव आशा किरण सहित कई लोग मौजूद थे.