रांची: झारखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में खड़े 60 में से 14 उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि आपराधिक है. इनमें आठ प्रत्याशियों पर गंभीर मामले हैं. सबसे ज्यादा मामले तृणमूल कांग्रेस के पलामू प्रत्याशी कामेश्वर बैठा के खिलाफ हैं. उनके खिलाफ 109 गंभीर मामले चल रहे हैं. इनमें हत्या के 16, हत्या के प्रयास के 25 और अपहरण के दो मामले हैं.
वहीं चतरा के समाजवादी पार्टी प्रत्याशी केश्वर यादव पर हत्या व डकैती समेत 20 मामले व चतरा से ही सीपीआइ (एमएल) के रामनरेश सिंह पर नौ गंभीर मामले चल रहे हैं. यह आंकड़े एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) व झारखंड इलेक्शन वाच ने राज्य में होनेवाले पहले चरण के मतदान से पहले अपनी रिपोर्ट में जारी किये हैं. संस्था के सुधीर पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रमुख राष्ट्रीय दल कांग्रेस व भाजपा के किसी भी प्रत्याशी पर आपराधिक मामले नहीं हैं.
30 साल तक के छह उम्मीदवार मैदान में
इन चुनावों में राज्य के चार लोकसभा क्षेत्र से 25-30 वर्ष के छह उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं सबसे ज्यादा 31-40 वर्ष के 20, 41-50 वर्ष के 19 उम्मीदवार हैं. 51-60 साल के सात व 61-70 साल के आठ उम्मीदवार भी ताल ठोंक कर खड़े हैं. 60 में से केवल चार महिला प्रत्याशी ही मैदान में हैं.
60 में 10 प्रत्याशी करोड़पति
प्रत्याशियों द्वारा दी गयी संपत्ति के विवरण के अनुसार पहले चरण में खड़े 60 में से 10 प्रत्याशी करोड़पति हैं. इसमें सबसे धनी प्रत्याशी लोहरदगा से कांग्रेस उम्मीदवार रामेश्वर उरांव हैं. उनके पास 26 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है. चतरा से भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार सिंह 17 करोड़ के साथ दूसरे व चतरा से ही आजसू के नागमणि आठ करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर हैं. कम संपत्ति के मामले में पलामू से निर्दलीय प्रत्याशी श्यामलाल राम 31 हजार व रवींद्र कुमार रवि दो लाख के साथ पहले व दूसरे स्थान पर हैं. कोडरमा से जदयू प्रत्याशी कृष्णा सिंह पांच लाख रुपये की संपति के साथ तीसरे स्थान पर हैं.
तीन डॉक्टरेट व दो निरक्षर प्रत्याशी
चार लोकसभा क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमा रहे 60 में से तीन उम्मीदवार सबसे ज्यादा शिक्षित हैं. ये तीनों डॉक्टरेट हैं. आठ पोस्ट ग्रेजुएट, एक ग्रेजुएट प्रोफेशनल, 15 स्नात्तक हैं. कम शिक्षित प्रत्याशियों में 11 उम्मीदवार 12वीं पास, 10 प्रत्याशी 10वीं पास, तीन आठवीं पास, दो पांचवीं पास, चार साक्षर व दो निरक्षर हैं.