उन्होंने जांच का आदेश दिया है और 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है. सीएम के निर्देश के बाद डीसी श्रवण साय, डीडीसी नागेंद्र कुमार सिन्हा व बीडीओ उमेश कुमार स्वांसी अस्पताल पहुंचे और मामले की जांच की. सीएस डॉक्टर जेपी सांगा से आधे घंटे तक पूछताछ की़
पैसे नहीं होने के कारण करण दवा नहीं खरीद सका. इसके बाद डॉक्टर ने सुमन को गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया. शनिवार को दोपहर एक बजे करण किसी प्रकार अपने बीमार बेटे को लेकर गुमला सदर अस्पताल पहुंचा. यहां डॉक्टर ने इलाज किया और दवा का पुरजा लिख कर दिया. करण दवा का जुगाड़ करता. उससे पहले ही तकरीबन आधे घंटे में सुमन की अस्पताल में मौत हो गयी.