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उल्टी आैर दस्त के बाद शाइन नर्सिंग की 18 छात्राएं रिम्स में

रांची: शाइन नर्सिंग कॉलेज की 18 छात्राएं उल्टी व दस्त की शिकायत लेकर रिम्स के अाइसोलेशन वार्ड में भरती हुई हैं. सभी का इलाज डॉ उमेश प्रसाद की देखरेख में चल रहा है. डॉ प्रसाद ने फूड प्वाइजनिंग की आशंका जाहिर की है और इलाज भी उसी हिसाब से किया जा रहा है. वहीं, कॉलेज […]

रांची: शाइन नर्सिंग कॉलेज की 18 छात्राएं उल्टी व दस्त की शिकायत लेकर रिम्स के अाइसोलेशन वार्ड में भरती हुई हैं. सभी का इलाज डॉ उमेश प्रसाद की देखरेख में चल रहा है. डॉ प्रसाद ने फूड प्वाइजनिंग की आशंका जाहिर की है और इलाज भी उसी हिसाब से किया जा रहा है. वहीं, कॉलेज प्रबंधन ने छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग की आशंका से इनकार किया है. कॉलेज प्रबंधन के अनुसार केवल चार छात्राएं मौसमी बीमारी से रिम्स में भरती हुई हैं.
जानकारी के अनुसार शाइन नर्सिंग कॉलेज की चार-पांच छात्राएं मंगलवार रात उल्टी-दस्त की शिकायत पर रिम्स में भरती हुई थीं, जबकि अन्य छात्राएं बुधवार सुबह 10.30 बजे आइसोलेशन वार्ड में भरती हुईं. चूंकि सभी छात्राएं रिम्स में ही नर्सिंग का प्रशिक्षण लेती हैं, इसलिए उन्होंने रिम्स में भरती होना बेहतर समझा. आइसोलेशन वार्ड में भरती ज्यादातर छात्राएं अपनी समस्या बताना नहीं चाहती थी. हालांकि, जिन छात्राओं की स्थिति ठीक हो गयी, वे छुट्टी लेकर चली गयीं.
ऐसे पड़ीं बीमार
सूत्रों की मानें, तो शाइन नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं के हॉस्टल में पानी पीने के लिए आरओ लगा हुआ है. दो दिन से हॉस्टल में बिजली की समस्या थी, जिसके कारण आरओ से पानी नहीं मिल रहा था. इस वजह से वे दो दिन से चापानल से पानी पी रही थीं. आशंका जतायी जा रही है कि चापानल का पानी दूषित था, जिसकी वजह से छात्राएं बीमार पड़ गयीं. इसके अलावा एक आशंका यह भी जतायी जा रही है कि कुछ उल्टा-सीधा खाने से छात्राएं बीमार पड़ी हैं, जिसकी वजह से रिम्स के डॉक्टर छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग होने की बात कह रहे हैं.
ये छात्राएं हैं भरती
प्रभा, अंजली, सुमन, दिव्या, सैना, रिशिता, संगीता, अर्चना, सरिता, स्वाति, पूजा कुमारी, मैरी, करुणा कुमारी आदि. अन्य छात्राएं, जो ठीक हो गयीं, उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
प्रारंभिक जांच में फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है. छात्राएं उल्टी और दस्त की शिकायत कर रही हैं. शिकायत के आधार पर जीवनरक्षक दवाएं दी जा रही हैं.
डॉ उमेश प्रसाद, फिजिसियन रिम्स
मौसमी बीमारी की वजह से केवल चार छात्राएं रिम्स में भरती हुई हैं. अन्य छात्राएं उनका हाल-चाल लेने गयी होंगी. हमारे कॉलेज में दूषित पानी की बात भी गलत है.
शकील, पीआरओ, शाइन नर्सिंग कॉलेज

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