धरना को संबोधित करते हुए सेना के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि आदिवासियों की जमीन की बिक्री फरजी तरीके से अधिकारियों की मिलीभगत से हुई है. एसएआर कोर्ट से आदेश का फरजी दस्तावेज तैयार कर मुआवजे का भुगतान कर जमीन बेची गयी. इतना ही नहीं फरजी हुकुमनामा भी बनवा कर कई गरीबों की जमीन बेच दी गयी. सेना के राहुल उरांव ने कहा कि गैर मजरूआ जमीन व मजियस जमीन के गलत कागजात भी बना कर बिचौलियों ने कई एकड़ जमीन राजधानी में बेची है.
इसके लिए पहले फरजी डीड बनाया गया और वोल्यूम टू में गड़बड़ी कर नकली रैयत बनाये गये. फरजी डीड के आधार पर दाखिल-खारिज भी कराया गया. उन्होंने कहा कि रिकार्ड रूम में भी कई जमीनों के दस्तावेज गायब करा दिये गये हैं. धरना कार्यक्रम में अजय कच्छप, मंगलेश्वर उरांव, रमा महली, राजेश लिंडा, शोले उरांव, चिंटू उरांव, सावन उरांव, नन्हे कच्छप, सुरेश उरांव, छोटका मुंडा, पोड़हा तिर्की, प्रकाश उरांव समेत अन्य शामिल हुए.