भुरकुंडा. ड्यूटी से घर रहे सीसीएलकर्मी कौलेश्वर बेदिया (42) की मौत इलाज के क्रम में मंगलवार देर रात रिम्स में हो गयी. कौलेश्वर रिजनल वर्कशॉप भुरकुंडा में ड्यूटी करने के बाद मंगलवार शाम को मोटरसाइकिल से अपने घर लोदमा बस्ती (छत्तरमांडू, रामगढ़) लौट रहे थे. इसी दौरान चैनगड़ा के समीप सड़क किनारे खड़ी एक महिला से टकरा गये. गिरने पर उन्हें गंभीर चोट लगी थी.
इसके बाद उन्हें इलाज के अस्पताल पहुंचाया गया था. इधर, बुधवार को कौलेश्वर की मौत की सूचना मिलने पर रिजनल वर्कशॉप में कार्यरत कर्मियों ने परिजनों को नौकरी व मुआवजा देने की मांग को लेकर लगभग चार घंटे तक कामकाज ठप कर दिया. मौके पर पहुंचे श्रमिक नेताओं ने प्रबंधन से वार्ता की. इसके बाद कौलेश्वर की पत्नी उपासी देवी को नौकरी देने पर सहमति बनी. लेकिन उपासी ने कहा कि नौकरी उसके पुत्र रवि कुमार को मिलनी चाहिए. चूंकि रवि की उम्र अभी 16 साल है. इसलिए नियमों के अनुसार बालिग होने पर नौकरी दी जायेगी.
प्रबंधन ने कहा कि जरूरी कागजात समर्पित करने के बाद मुआवजा भुगतान की भी प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. इधर, श्रमिक नेताओं ने कहा कि कौलेश्वर के परिजन को मिलनेवाली सुविधाओं में प्रबंधन ने किसी भी प्रकार की आनाकानी की, तो आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा.
मौके पर श्रमिक नेता उदय कुमार सिंह, लखेंद्र राय, आरपी सिंह चंदेल, नरेश मंडल, अजय पांडेय, संजय वर्मा, सुखदेव, महेश्वर भगत, बासुदेव साव, टुनटुन पांडेय, देवेंद्र सिंह, लखन मुंडा, अर्जुन बेदिया, आरपी गुप्ता, अफजल सहित शंभु बेदिया, धनेश्वर यादव, सुरेश बेदिया, बुद्धेश्वर बेदिया, योगेंद्र यादव, राजेश बेदिया, नरेश बेदिया, मदन यादव, झरी बेदिया, गोपाल बेदिया, रमण बेदिया, सूरज बेदिया, विजय साव, छोटेलाल गुप्ता, सुरेंद्र ठाकुर, अंगरेज सिंह, ज्ञानचंद गुप्ता, मधेश्वर भगत, रामधनी राम, चमन बेदिया, रामकिशुन करमाली आदि उपस्थित थे.