धीरे–धीरे खेती से मुह मोड़ने लगे हैं हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के किसान
भाजपा किसान मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष व जिला पार्षद ने दिया आश्वासन
हैदरनगर : हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के सोन व कोयल नदी के तटवर्ती इलाके के किसान वर्षों से नीलगायों के आतंक से परेशान हैं. खेतों में लगी सब्जी व अन्य फसलों को नीलगायों का झुंड देखते ही देखते चट कर जाता है. किसानों ने लाख उपाय किया मगर काम न आया. हैदरनगर व मोहम्मदगंज क्षेत्र के कबरा कलां ,कबरा खुर्द, परता, सजवन , रानीदेवा , सलेमपुर, अधौरा , तारा , रामबांध ,पन्सा, कोसिआरा, भजनिया, पंसा, बडीहा, बीर धवर, मोहम्मदगंज, कादल कुर्मी, कोइरियाडीह, बल्डीहरी, हुसैनाबाद के महुअरी, डीहरी, दंगवार, शिवा बिगहा, घोड़बंधा, बड़ेपुर, चिरईयांखांड़, बुधुआ, देवरी, बभन देवरी, सोनपुरवा सहित आसपास के गावों के किसान नीलगायों के आतंक से तंगआकर खेती से मुंह मोड़ने लगे हैं.
किसानों ने बताया कि वे जो भी फसल लगाते हैं, उगते ही नीलगाय का झुंड चट कर जाता है. इस वर्ष आलू, गोभी आदि की फसलों को नीलगायों ने बरबाद कर उनकी कमर तोड़ दी है.
स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, बीडीओ, थाना प्रभारी व अनुमंडल पदाधिकारी को भी इसे रोकने के उपाय करने की मांग की जाती रही है. मगर आश्वासन के सिवा कुछ भी न मिला. अबतक किसी ने कोई उपाय नहीं किया. किसानों ने बताया कि जंगली जानवर हैं, इसे मार भी दिया जाता है तो उल्टे उन्हीं पर मुकदमा हो जायेगा. किसानों ने पिछले दिनों किसान संघर्ष समिति के बैनर तले हुसैनाबाद के जेपी चौक के समक्ष एक दिवसीय धरना भी दिया था.
बावजूद अबतक किसी ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि नीलगायों को पकड़कर जंगल में छोड़ दे, अन्यथा क्षेत्र के किसानों के पास आत्महत्या के सिवा कोई चारा नहीं बचा है.
किसानों ने कहा कि नीलगायों की संख्या सैकड़ों में नहीं, बल्कि हजारों में है. उनका झुंड जब भी आता है तो उसे भगा पाना संभव नहीं होता है.
बावजूद इसके किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों में मचान लगा कर रात गुजारने की तरकीब निकाली ,मगर इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ. अब किसान अधिकारियों व वन विभाग की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि एक न एक दिन उन्हें इससे निजात जरूर मिल जायेगी. उन्होंने पलामू के उपायुक्त से भी इस समस्या का हल निकालने की मांग की है.
इस समस्या पर हैदरनगर के जिला पार्षद सच्चिदानंद सिंह व भाजपा किसान मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष ज्योतिरीश्वर सिंह से किसानों ने मिलकर समाधान कराने की मांग की है. दोनों नेताओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए वन विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया है.