लोहरदगा: सेन्हा थाना क्षेत्र के चंदकोपा गांव निवासी स्व गोपाल ठाकुर की पत्नी 52 वर्षीय देवंती देवी की मौत एक नवंबर 2017 इलाज के अभाव में हो गयी. बताया जाता है कि देवंती देवी विधवा पेंशन के भरोसे अपना इलाज करा रही थी. अक्तूबर 2016 से उक्त महिला को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिला. पैसे के अभाव में वह इलाज नहीं करा सकी और उसकी मौत हो गयी.
परिजनों ने बताया कि जब तक विधवा पेंशन की राशि यूनियन बैंक से मिलती रही देवंती देवी का इलाज नियमित हो रहा था लेकिन जैसे ही जिला स्तर से विधवा पेंशन का भुगतान किया जाने लगा तब से विधवा पेंशन समय से नहीं मिलता था जिसके कारण लोग राशि का उपयोग नहीं कर पाते. परिजनों का कहना है कि सरकारी अव्यवस्था ने देवंती देवी की जान ले ली.
यदि उन्हें नियमित रूप से विधवा पेंशन मिलता तो उनका इलाज बेहतर तरीके से संभव था लेकिन सरकारी व्यवस्था में बदलाव इतना जटिल साबित हुआ कि एक वर्ष गुजर जाने के बाद भी उनके पेंशन का भुगतान नहीं हो सका. परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि उनका इलाज बेहतर तरीके से कराया जा सकता. उनके परिजनों ने इस व्यवस्था को कोसते हुए कहा कि सरकार इतनी जटिल प्रक्रिया लगा दी है जिससे पार पाना आम लोगों के वश की बात नहीं है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में वृद्ध एवं विधवा आधार कार्ड लेकर सामाजिक सुरक्षा कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं लेकिन उन्हें नियमित रूप से पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है.
आधार के नाम पर हो रहा है खेल
इस संबंध में विधायक सुखदेव भगत ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने तमाम कार्यों को इतना पेचिदा बना दिया है कि आम लोग दौड़ते रह जायेंगे लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा. यह कितनी दुखद बात है कि एक विधवा को पेंशन का भुगतान एक वर्ष से अधिक समय तक नहीं किया गया और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी़ उन्होंने कहा कि आधार के नाम पर जो खेल खेला जा रहा है वह सबको पता है. आज आधार निराधार होकर रह गया है. जिले में ऐसे लोगों की लंबी सूची है जिनके पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है. कांग्रेस पार्टी इस मामले को लेकर शीघ्र ही कड़ा कदम उठायेगी.